Singrauli Politics News : बेरोजगारों ने कहा झलरी में आई निजी कंपनियां नौकरी के नाम पर मांग रहीं हैं डेढ़ लाख रुपए, कहां से लाए रिश्वत
Singrauli Politics News : मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 में भाजपा को एंटी इनकवेंसी का सामना करना पड़ रहा है। जहां जनता का आक्रोश नेताओं पर भारी पड़ रहा है। ऐसा ही एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है वायरल वीडियो सिंगरौली जिले के देवसर विधानसभा का बताया जा रहा है। वायरल वीडियो में वोट मांगने पहुंचे भाजपा प्रत्याशी के सामने लोगों ने मुर्दाबाद के नारे लगाते नजर आ रहे हैं। वीडियो वायरल होने के बाद चर्चा है कि भाजपा के खिलाफ इस बार एंटी इनकी पिछले विधानसभा चुनाव के मुकाबले इस बार ज्यादा है।
कथुरा गाँव पहुंचे थे भाजपा विधायक प्रत्याशी राजेंद्र मेश्राम
बता दें कि जिले में इस समय राजनीतिक सरगर्मी बढ़ गई है, जहां भाजपा विधायक प्रत्याशी राजेंद्र मेश्राम ने अपना चुनाव प्रचार करने कथूरा गांव पहुंचे थे। लेकिन भाजपा उम्मीदवार को देखकर लोग इकटा हो गए। विधायक को अपने बीच पाकर ग्रामीणों का गुस्सा सातवें आसमान में पहुंच गया। ग्रामीणों ने विधायक और उनके समर्थकों को घेर लिया और सवालों की बौछार कर दी। ग्रामीणों के सवाल पर भाजपा विधायक राजेंद्र मेश्राम ने कहा कि मैं वादा करता हूँ कि मध्य प्रदेश में भाजपा की सरकार बनाइए और मुझे जिताइए मैं वादा करता हूँ कि देवसर विधानसभा के युवाओं को पहले प्राथमिकता मिलेगी।
लगे मुर्दाबाद के नारे
विधायक के जवाब को सुनकर मौजूद ग्रामीणों का गुस्सा और फूट पड़ा और विधायक के मुर्दाबाद के नारे लगाने लगे। हलाकि इस दौरान विधायक की समर्थकों ने ग्रामीणों को समझने का प्रयास किया। एक महिला ने तो विधायक के समर्थन में आकर विधायक जिंदाबाद के नारे तक लगाने लगी। इस घटना का वहां मौजूद लोगों ने वीडियो बना लिया और उसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।
लोगों नी प्रतिक्रिया आयी सामने
वही लोग अब अपनी अलग-अलग प्रतिक्रिया दे रहे हैं जहां कुछ लोग ग्रामीणों को तारीफ कर रहे है और विधायक को आईना दिखाने का सही तरीका बता रहे हैं। कुछ लोगों का कहना है कि नेताओं की फितरत से बखूबी परिचित हैं, चुनाव के समय नजर आते हैं, चुनाव खत्म होते गायब हो जाते हैं।
इसलिये भरा है लोगों में आक्रोश
कथुरा गांव के लोगों का कहना था कि यहां आधे से अधिक मौजूद लोग बेरोजगार है। 18 साल से बीजेपी की सरकार है। हमारे विधानसभा में कई कोल कंपनियां काम कर रही है। स्थानीय लोग नौकरी के लिए कई बार आवेदन किए और दिए लेकिन उन्हें नौकरी नहीं मिली। नौकरी के लिए ग्रामीण दर दर की ठोकरे खा रहे हैं लेकिन उनको मजबूरी को सुनने वाला कोई नहीं है और आज जब चुनाव नजदीक आया तो प्रत्याशी गांव-गांव घूमने लगे|
पार्टी के भीतर और बाहर दोनों तरफ से मिलने लगी चुनौती
देवसर विधानसभा से राजेंद्र मेश्राम नाम को टिकट मिलने के बाद लगातार मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। एक तरफ जहां पार्टी सबकुछ ठीक होने का दावा करती नजर आती है तो वहीं दूसरी तरफ दावे की पोल खुलती नजर आ रही है, टिकट वितरण के बाद भाजपा के मौजूदा विधायक खुलकर विरोध नहीं किया लेकिन सरकार से टिकट काटने की बात कह कर मध्य प्रदेश की सियासत में भूचाल ला दिया तो वहीं पिछले दिनों मेश्राम हटाओ देवसर बचाओ के नारे लगाने का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ कि दूसरा वीडियोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें राजेंद्र के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगने शुरू हो गए, वहीं बताया जा रहा है कि इन कंपनियों में नौकरी दिलाने के लिए कई दलाल सक्रिय है, जो डेढ़ से 2 लाख रुपए लेकर नौकरी की पक्की गारंटी देते हैं।