Singrauli News : मोरवा का वार्ड नंबर एक गौतम बुद्ध नगर कई टोले और मुहल्लों में कुसवई से लेकर झिगुरदह तक बसा हुआ है। क्षेत्रफल की दृष्टि से नगर निगम का यह सबसे बड़ा वार्ड हो सकता है, लेकिन अब तक यह नगर निगम की सुविधाओं से वंचित हैं। वार्ड के बीच से गुजरी रेल लाइन में आए दिन दुर्घटनाएं अलग से हो रही हैं। बीती रात भी एक स्थानीय ने रेल लाइन के पास दुर्घटनाग्रस्त होकर जान गंवा दी। इस दुर्घटना में गुल्लाडांड़ निवासी पवन कुमार प्रजापति उम्र 41 वर्ष की मौत हो जाना बताया जा रहा है। सिंगरौली- चोपन रेल लाइन को पार करके लोग एक से दूसरी तरफ आते जाते हैं।
बीते दो वर्षों में इस स्थान पर यह तीसरी दुर्घटना होना बताया जा रहा है। गौरतलब यह है कि इस वार्ड की दुर्दशा को लेकर जनप्रतिनिधि भी उदासीन है और यह वार्ड तो जैसे नगर पालिक निगम सिंगरौली के तो नक्शे में ही नहीं है। इस वार्ड के पार्षद से लेकर निगमाध्यक्ष तक को इस वार्ड की समस्याओं और उसे विकसित कराने की गुहार लगायी जा चुकी है लेकिन अब तक परिषद की सैकड़ों बैठकें हो चुकी हैं, परंतु इस वार्ड को लेकर किसी ने गंभीरता नहीं दिखाई है।
तमाम संभावनाओं के बाद भी प्रयास नहीं
इस वार्ड में शासकीय भूमि भी उपलब्ध हैं और विकास की तमाम संभावनाएं हैं। वार्ड में प्रसार करने और नयी योजनाओं का सूत्रपात करने के प्रयास किए जाने चाहिए। ननि के द्वारा वैढ़न के दो-तीन वार्डों में भी सब कुछ बनाने का क्रम जारी है। जहां पर जरूरत है वहां पर किसी का ध्यान नहीं है और न ही परिषद में इस पर गंभीरता से चर्चा ही हो रही है। आदिवासी वार्ड के नाम पर चुने जाने वाले आदिवासी महिला पार्षद की आवाज भी दबकर रह जाती है।
पूमरे के पास भी नहीं है जानकारी
सिंगरौली-चुरकी के बीच वार्ड एक के इस स्थान से हर समय लोगों को आना- जाना लगा रहता है। कई दुर्घटनाओं के बाद भी पूमरे के धनबाद मंडल को यहां पर एक अंडरपास बनाने की जरूरत की जानकारी अब तक नहीं हो पायी है। धीरे-धीरे इस वार्ड में आबादी बढ़ती जा रही है और रेलवे लाइन को पार करके ट्रैक्टर, बाइक और पैदल हर समय लोग निकलते रहते हैं। रेलवे को संज्ञान में लेकर इस स्थान को चिन्हित करना चाहिए और एक अंडरपास बनाकर लोगों का आवागमन सुरक्षित करना चाहिए।
आदिवासी वार्ड की है पहचान
इस वार्ड को आदिवासी वार्ड, पिछड़े वार्ड, पहाड़ी क्षेत्र में बसे वार्डवासियों के जीवन स्तर उठाने के लिए किसी मद से विकास नहीं कराया जा सका है। प्रदेश में नंबर वन की रैंक पर आने की होड़ लगाए ननि सिंगरौली को वार्ड एक के भी मुख्यधारा में लाने के प्रयास नहीं हुए हैं। तभी तो अभी तक इस वार्ड का आवागमन, पेयजल और विद्युत व्यवस्था तक बाधित है तो फिर इस वार्ड में साफ-सफाई, स्वास्थ्य व्यवस्थाएं किस हाल में होंगी, इसका सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है। इतना ही नहीं बीच से गुजरी रेल लाइन के दूसरी तरफ जाने के लिए लोगों को रेल ट्रैक को विधि विरूद्ध ढंग से पार करके दूसरी तरफ बसे मकानों, परिवारों तक जाना होता है।
लोगों में आक्रोश
स्थानीय लोगों का कहना है कि मृत व्यक्ति मंगलवार की शाम रेलवे लाइन को पार करके दुम्मा चौराहे की ओर गया था। फिर कब लौटा, किसी ने नहीं देखा लेकिन बुधवार की सुबह उसे मृत पाए जाने के बाद लोगों में भारी आक्रोश था। उनका कहना था कि कई लोग रेलवे लाइन के कारण अब तक जान का जोखिम उठा चुके हैं। रेलवे लाइन के दोनो ओर आवागमन के लिए नगर निगम के द्वारा व्यवस्थाएं करायी जानी चाहिए। पीने के पानी के लिए डाली गई पाइप लाइन बिना पानी की आपूर्ति किए ही ध्वस्त हो चुकी हैं। इस सबके लिए ननि की नजर अंदाजी ही देखने में आ रही है।