Singrauli News : हाल ही में 10 वर्ष पूर्व बने चार करोड़ की लागत के शॉपिंग प्लाजा को खाली करा लिया गया। नगर निगम आयुक्त व जिला प्रशासन के द्वारा ताबड़तोड़ कार्यवाही करते हुए उसे सील कर दिया गया, जबकि उक्त भवन की आयु अभी मात्र 10 से 12 साल है। नगर निगम की ओर से कहा गया है कि बिल्डिंग जर्जर हो गयी है। वहां की दुकानों से जीविकोपार्जन कर रहे तमाम व्यापारी बेरोजगार हो गये हैं। भरी बरसात में व्यापारियों को उनकी दुकानों से हटाना घोर पाप है, जिसका प्रयश्चित जिम्मेदार लोगों को करना ही पड़ेगा। यह आरोप ग्रामीण कांग्रेस के महामंत्री प्रवीण सिंह चौहान ने लगाये हैं। उन्होंने कहाकि अधिकारी तो सिर्फ अपनी कुर्सी बचाने में लगे रहते हैं, उन्हें न तो किसी के रोजी-रोजगार से मतलब है और न ही किसी की मजबूरी से, लेकिन जिले के जनप्रतिनिधियों को तो आगे आना चाहिये था। सब मिलकर विमर्श करते तो कोई न कोई हल जरूर निकलता। इस तरह प्लाजा गिरा देने का तुगलकी फरमान जारी कर देना कोई समझदारी नहीं है।
बिना टेक्निकल जांच के लिया फैसला
उन्होंने कहाकि कराई गई इस बिल्डिंग की न और न ही मरम्मत कराई तो टेक्निकल जांच गई। ग्राउंड फ्लोर निक निगम सिंगवरीलप्र लोकार्पण माननीय श्री शिवराज सिंह चौहान माननीय श्री राजेन्ग शुक्ल में पानी भरने का हवाला देकर बरसात के समय सील कर दिया गया। नवनिर्मित संसद भवन में भी हाल ही में पानी टपक रहा था, क्या ऐसी स्थिति में संसद भवन को सील नहीं गुणवत्ता की जिम्मेदारी आरोपित नहीं की गई। थी तो ठेकेदार की किया जाना चाहिए। बिल्डिंग की किसी अधिकारी या इंजीनियर पर यदि प्लाजा की गुणवत्ता ठीक नहीं परफॉर्मेंस गारंटी के रूप में जमा धनराशि क्यों रिलीज कर दी गयी।
रीवा इंजीनियरिंग कॉलेज की टीम ने की थी जांच
प्रवीण सिंह चौहान ने कहाकि दो साल पहले रीवा इंजीनियरिंग कॉलेज की टीम ने प्लाजा की टेक्निकल जांच की थी। टीम ने अपनी रिपोर्ट में छत को ऊपर वाली छत को लेकर सवाल जरूर उठाये थे। बाकी पिलर और बीम को मजबूत बताया था, फिर ऐसा क्या हुआ कि दो साल में प्लाजा को खाली कराने की नौबत आ गयी। दरअसल प्लाजा का निर्माण बेसमेंट, ग्राउंड और फर्स्ट फ्लोर होना था, लेकिन आधा निर्माण ही कराया गया है। प्रतिवर्ष निर्माण लागत की 3 प्रतिशत राशि रखरखाव पर खर्च की जानी थी, जो कि कभी खर्च नहीं की गयी। की गयी होगी तो सिर्फ कागज पर। उन्होंने कहाकि इसकी जांच होनी चाहिये और जो भी दोषी हो उसके खिलाफ कार्यवाही की जानी चाहिये।