Independence Day 2024 : आज 78वें स्वतंत्रता दिवस पर रीवा जबलपुर सहित मध्य प्रदेश के दर्जनों भर जेलों से कुल 177 कैदियों को रिहा कर दिया गया यह सभी कैदी आजीवन कारावास की सजा काट रहे थे इन कैदियों में पांच महिलाएं भी शामिल थी उनकी रिहाई मध्य प्रदेश शासन जेल विभाग की रिहाई नीति 2022 के अंतर्गत सजा में छूट प्रदान की जा रही है हालांकि जितने भी कैदियों को रिहा किया गया है उनमें से बलात्कार, पोक्सो एक्ट आदि के प्रकरण में कोई कैदी दंडित नहीं है.
जेल में ही जीविकोपार्जन के लिए सिखाए गए हैं काम
जिन कैदियों को आज रिहा किया गया है उन्हें जेल के अंदर ही जीविकोपार्जन के लिए प्रशिक्षण दिया गया है इन कैदियों को कार्पेंट्री, लौहारी, भवन मिस्ट्री, भवन सामग्री निर्माण, टेलरिंग जैसे कई कार्यो का प्रशिक्षण दिया गया है जिससे यह कैदी रिहा होने के बाद जीविकोपार्जन के साधन को अर्जित कर सकें आपको बता दें कि सरकार हर वर्ष 15 अगस्त को कुछ कैदियों को उनके अच्छे आचरण और अन्य मानदंडों के आधार पर रिहा करती है.
रीवा जबलपुर सहित मध्य प्रदेश के 12 जिलों में से रिहा हुए हैं यह कैदी
जेल विभाग द्वारा जारी की गई सूची के अनुसार 15 अगस्त को सबसे ज्यादा सतना जेल के 24 कैदियों को रिहा किया गया है वहीं जबलपुर के केंद्रीय जेल से 20 कैदियों को रिहा किया गया इसके साथ सागर और उज्जैन की जेल में से 19-19 कैदियों को रिहा किया गया है इंदौर जेल की बात करें तो इसमें से 18 कैदियों को रिहा किया गया है वहीं ग्वालियर जेल से 16 कैदियों को तो भोपाल और नरसिंहपुर की जेल से 15-15 कैदियों को रिहा किया गया है इसके साथ ही रीवा जेल से 14 कैदी और बड़वानी जेल से 7 कैदियों को रिहा किया गया है इसके साथ ही टीकमगढ़ से और नर्मदा पुरम जेल से भी कैदियों को रिहा किया गया है जहां नर्मदा पुरम जेल से 6 कैदी और टीकमगढ़ जेल से 4 कैदियों को यह किया गया है.