Singrauli News : सिंगरौली जिले में एक के बाद एक कई हाई प्रोफाइल चोरियां हो रही है लेकिन पुलिस के हाथ अभी तक खाली हैं और चोरों के हौसले बुलंद है वह आए दिन एक के बाद एक घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं अभी कोतवाली थाना के खुटार चौकी अंतर्गत छुट्टी पर घर आए प्रोफेसर पंडित श्री शांतिप्रिय द्विवेदी के यहां चोरों ने हमला बोला था और दिनदहाड़े घर का ताला और दरवाजा तोड़कर घटना को अनजान दिया था और इस घटना को बीते दो दिन भी नहीं हुए थे कि प्रधानमंत्री आवास में चोरी की घटना सामने आई थी इसके बाद अब महिला अधिकारी के घर में चोरी की घटना सामने आई है.
4 माह के दौरान तीन दर्जन से अधिक चोरियां
गत 4 माह के दौरान तीन दर्जन से अधिक छोटी-बड़ी चोरियां जिले के अलग-अलग थाना क्षेत्रों में हो चुकी हैं, लेकिन एक भी चोरी का खुलासा करने में पुलिस नाकामयाब है। कुछ दिन पहले वैढ़न में हुई चोरी का अभी पता नहीं लग पाया था कि बुधवार- गुरुवार की रात वैढ़न के पचखोरा हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी के एक सूने घर में चोरों ने धावा बोला और लाखों रुपए कीमत का सामान चुराकर ले गए। चोरी की जानकारी गुरुवार को तब लगी जब घर में रहने वाली महिला अधिकारी छुट्टी से लौटकर वापस आईं। बताया जा रहा है कि एमपीईबी में पदस्थ महिला अधिकारी 16 अगस्त को अपने गांव सिहोर गई थी।
रिपोर्ट दर्ज करने तक सीमित है पुलिस
जिले में जो चोरियां हो रही है उनका पता लगाने में पुलिस अब तक पूरी तरह से नाकामयाब रही है लेकिन जिले की पुलिस एक काम बखूबी करती है जब कहीं चोरी हो जाती है तो रिपोर्ट जरूर दर्ज करती है या यह कहें कि पिछले चार महीनों से पुलिस सिर्फ चोरी की रिपोर्ट दर्ज करने तक ही सीमित रह गई है। पुलिस को अगर लोगों की जान-माल की रक्षा की चिंता होती तो वरिष्ठ अधिकारी चोरों को पकड़ने में जी जान लगा देते, लेकिन वे सिर्फ अपने चहेते पुलिसकर्मियों को उनकी मनपसंद वाले थानों में पोस्टिंग करने में ही पूरा ध्यान लगाए हुए हैं। यही वजह है कि इन दिनों चोरों की मौज है, वे जहां चाहे वहां वारदात को अंजाम दे रहे हैं।
कोतवाली थाना क्षेत्र के पचखोरा हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी की घटना दहशत में हैं रहवासी
काम कुछ दिन पूर्व पुलिस की रात्रि गश्त के नियमों में संशोधन किया गया था, ताकि चोरों, अपराधियों पर लगाम लगाई जा सके लेकिन गश्त में बदलाव से अधिकारियों की मौज हो गई। पहले नियम था कि सभी थाना प्रभारी अलग-अलग दिन में रात्रि गश्त करेंगे, मगर नए नियम के तहत संबंधित थाना प्रभारी अपने ही थाना क्षेत्र में गश्त करेंगे। नए नियम के तहत थाना प्रभारी अपने क्षेत्र में गश्त करते हैं या नहीं इसकी मॉनीटरिंग करने वाला कोई नहीं है। अधिकारी वास्तव में चोरियां रोकना चाहते हैं तो खुद क्षेत्र में उतरना पड़ेगा, ऑफिस से निर्देश देने से काम नहीं चलेगा।
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