Singrauli News : मध्य प्रदेश पॉवर ट्रांसमिशन कंपनी अपनी एक्स्ट्रा हाईटेंशन लाइनों की ड्रोन से पेट्रोलिंग के बाद अब एक कदम आगे बढ़ाते हुए एक्स्ट्रा हाईवोल्टेज सब स्टेशनों की सुरक्षा के लिए तीसरी आंख यानी सीसीटीवी कैमरे से निगरानी रख रही है। इसके लिए लगभग आठ करोड़ 15 लाख रुपये की लागत से सिंगरौली क्षेत्र सहित पूरे प्रदेश के सब स्टेशनों में हाई परफार्मेस एचडी कैमरे लगने प्रारंभ हो गए हैं। प्रथम चरण में प्रदेश के करीब ढाई सौ सब स्टेशनों पर कैमरे लगाए जा रहे हैं, जिसमें सिंगरौली सब स्टेशन भी शामिल है।
कंपनी के इस निर्णय से सब स्टेशनों की गश्ती व सुरक्षा में मानव श्रम की बचत के साथ डबल लेयर सुरक्षा प्रणाली विकसित हो सकेगी। दरअसल, सब स्टेशनों में होने वाली चोरियों की रोकथाम के लिये मध्य प्रदेश पॉवर ट्रांसमिशन कंपनी को यह कदम उठाना पड़ रहा है। सब स्टेशनों में रखे मैटेरियल के साथ साथ इन दिनों चोर ट्रांसफार्मर में लगी तांबे की न्यूट्रल पट्टी की चोरी करने लग गये हैं।
हालांकि, यह मैटेरियल चोरों के लिये ज्यादा मूल्य का नहीं है, परंतु यह ट्रांसफार्मर के लिये यह अतिसंवेदनशील व महत्वपूर्ण होता है। अधिकांश जगह चोर चालू ट्रांसफार्मरों से तांबे की न्यूट्रल पट्टी चोरी कर रहे हैं। इसमें न केवल उनकी जान के लिये खतरा है बल्कि वह ट्रांसफार्मर के खराब होने का कारण भी बन सकता है।
तांबे की पट्टी निकलने से यदि विद्युत बधित हुई तो कंपनी को पांच से छह करोड़ तक का नुकसान तो सकता है। विद्युत उपभोक्ताओं को तीन-चार महीनों से ज्यादा तक बिजली के बिना रहने की आशंका पैदा हो सकती है, क्योंकि ट्रांसफार्मर आर्डर पर बनाये जाते हैं। इसमें कम से कम 3 से 4 माह वक्त लगता है। चूंकि स्पेयर में ट्रांसफार्मर रखा नहीं जा सकता इसलिये उसके खराब होने से इतना समय लगने की आशंका रहती है।
प्रभारी मोबाइल पर देखेंगे गतिविधियां
सब स्टेशनों में एचडी कैमरे 360 डिग्री तक निगरानी रख सकेंगे। एमपी ट्रांसको के सब स्टेशन प्रभारी अपने मोबाइल फोन पर सबस्टेशन की गतिविधियां लाइव देख सकेंगे। साथ ही ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क के सहारे कंपनी ने शक्ति भवन कंपनी मुख्यालय जबलपुर में बैठकर भी प्रदेश के इन सभी 416 विद्युत सबस्टेशनों की गतिविधियों पर नजर रखने की तैयारी कर ली है। अब एक क्लिक पर शक्ति भवन जबलपुर से किसी भी सब स्टेशन को लाइव देखा जा सकेगा।
इनका कहना है
सब स्टेशनों में एचडी कैमरे लगाए जा रहे हैं। साथ ही केन्द्रीय कंट्रोल सेंटर, डिवीजन आफिस, सर्किल आफिस और मुख्यालय से भी सब स्टेशनों पर भी निगरानी रखी जा सकेगी। तांबे की महत्वपूर्ण एवं संवेदनशील पट्टी चोरी होने के कारण विद्युत उपभोक्ताओं को सप्लाई प्रभावित न हो, इसलिए मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी सीसीटीवी सर्विलांस सिस्टम का उपयोग कर सब स्टेशनों की सुरक्षा और मजबूत कर रही है। इं. सुनील तिवारी, प्रबंध संचालक, एमपी ट्रांसको