Singrauli News : सिंगरौली जिले के विद्यार्थियों को कानून की पढ़ाई करने के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा। सब कुछ सही रहा तो अगले सत्र से प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस में विधि संकाय का संचालन शुरू कर दिया जाएगा। उच्च शिक्षा विभाग ने इसकी कवायद तेज कर दी है। इस क्रम में प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस से विद्यार्थियों की संख्या व कैचमेंट एरिया डायग्राम सहित जानकारी मांगी गई है। जिसे भेज दिया गया है। जानकारी के अनुसार विधि और बीएड संकाय का अलग भवन बनाया जाएगा। हालांकि, पीएम कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस प्रशासन की योजना है कि अभी जहां महाविद्यालय संचालित है उसके भवन में विधि एवं बीएड संकाय को दिया जाएगा।
वहीं यूजी व पीजी के सभी संकाय गनियारी में निर्माणाधीन नए कैम्पस में शिफ्ट कर दिए जाएंगे। फिलहाल, अभी इस पर अंतिम निर्णय नहीं हुआ है। मालूम हो कि लंबे समय से विधि संकाय शुरू करने की मांग हो रही थी। इस पर संज्ञान लेते हुए उच्च शिक्षा विभाग ने संकाय खोलने की कवायद शुरू की। अभी एलएलबी और बीएड करने के लिए छात्र जिले के एक निजी कॉलेज संग सीधी जिले के महाविद्यालय पर निर्भर थे या अन्य जिलों में जाना पड़ता था। संकाय संचालित होने से छात्र कम शुल्क में कानून व बीएड की पढ़ाई कर सकेंगे।
एलएलबी में 100 व बीएड में 50 सीट
जानकारी के अनुसार एलएलबी में से सीट और बीएड में पचास सीट के साथ संकाय शुरू किए जाएंगे। उच्च शिक्षा विभाग ने जिले में स्थित शासकीय व निजी कॉलेजों की जानकारी के साथ ही अध्ययनरत विद्यार्थियों की जानकारी मांगी थी। दरअसल, सिंगरौली सहित विभिज्ञ जिलों में संकाय व नर कॉलेज शुरू करने के संबंध में विधानसभा में विधायकों द्वारा प्रस्ताव और याचिकाएं दी गई थीं। इसके तहत उच्च शिक्षा विभाग ने संकाय शुरू करने के लिए जानकारी एकत्र की है।
दो व्यावसायिक कोर्स इस सत्र से हुए हैं प्रारंभ
इसके पूर्व ही प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस में बीकॉम इन रिटेल ऑपरेशंस व आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में व्यावसायिक पाठ्यक्रम शुरू किए गए हैं। एआई पाठ्यक्रम का संचालन आईआईटी दिल्ली की निगरानी में हो रहा है। यहां प्रदेश की पहली एआई लैब भी स्थापित की जा रही है। जिसके उपकरण आ चुके हैं। बताया जा रहा है कि पीएम कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस में सभी नियमित पाठ्यक्रम के साथ डिग्री-डिप्लोमा कोर्स शुरू करने की तैयारी है। नई शिक्षा नीति के तहत पीएम कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस को ऑटोनामस बनाया जाएगा। जिससे विवि पर निर्भरता समाप्त होगी और कॉलेज पेपर सेट करने के साथ खुद परीक्षा कराएगा।
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