Singrauli News : सिंगरौली जिले में डीएपी खाद की कमी का फायदा उठाकर महंगे दामों में खाद बेच रहे दो दुकानदारों पर कार्रवाई की गई है। शुक्रवार को एसडीएम सृजन वर्मा को सूचना मिली कि कृषि बीज और खाद की बिक्री करने वाले कुछ निजी दुकानदार महंगे दामों में डीएपी और यूरिया खाद बेच रहे हैं। सूचना के बाद एसडीएम ग्राहक बनकर स्कूटी चलाते हुए परसौना स्थित मनोज दुबे फर्टिलाइजर की दुकान पहुंचे और एक बोरी डीएपी की मांग दुकानदार से की। दुकान संचालक एक बोरी डीएपी की व कीमत निर्धारित दर से दो दो सौ रुपये अधिक और यूरिया सौ रुपये अधिक कीमत पर बेचते मिला। इसी तरह से रजमिलान स्थित रामलल्लू शाह बीज भंडार की जांच की गई तो दुकान संचालक निर्धारित दर से अधिक कीमत पर खाद बेचते पाया गया.
कालाबाजारी रोकने संयुक्त टीम गठित
जिले में यूरिया, डीएपी, एनपीके सहित अन्य खाद व बीज की कालाबाजारी न होने पाये, इसके लिए कलेक्टर चंद्रशेखर शुक्ला द्वारा संयुक्त टीम गठित की गई है। संयुक्त टीम में संबंधित क्षेत्र के एसडीएम, पुलिस अधिकारी, कृषि व तहसीलदार नियुक्त किये गये हैं। शुक्रवार को परसौना व रजमिलान में खाद-बीज की जिन दो दुकानों पर कार्रवाई की गई, वह संयुक्त टीम द्वारा की गई है। टीम में एसडीएम सूजन वर्मा, तहसीलदार रमेश कोल, डीडीए आशीष पांडेय व पुलिस अधिकारी शामिल थे। खाद-बीज की दुकानों में की गई छापामार कार्रवाई से जिले के अन्य दुकान संचालकों में भी हडकंप मच रहा।
डीएपी खाद की है कमी
जिले में रबी सीजन की बोनी जोर पकड़ चुकी है। चना, गेहूं, मसूर, सरसों आदि फसलों की बोनी करने के लिए किसानों द्वारा डीएपी खाद की डिमांड की जा रही है। जिले में डीएपी खाद की कमी होने का फायदा कुछ निजी दुकान संचालक उठा रहे हैं। किसानों को महंगे दामों में खाद न मिले, इसके लिए कलेक्टर द्वारा अभियान चलाकर नियमित रूप से निजी दुकानों और सहकारी समितियों व मार्कफेड के गोदामों की जांच करने के निर्देश जिले के अधिकारियों को दिये गये हैं। कलेक्टर का साफ कहना है कि जो भी खाद और बीज की कालाबजारी करते मिलेगा, उसके खिलाफ सख्ती से कार्रवाई की जायेगी।