Jabalpur Me Ghumne Ki Jagah : मध्यप्रदेश शांति का प्रतीक है यहाँ सभी लोग बडे ही शांति से रहते हैं एक दूसरे का खूब सम्मान करते हैं और लोगों पर खूब प्यार लुटाते हैं, लेकिन मध्यप्रदेश में सिर्फ शांति ही नहीं बल्कि कई सुन्दर घूमने के लिए जगह भी हैं जहाँ एक बार जाने के बाद आपका लौटने का मन नहीं करेगा, इस जगह पर आप बहुत बार गये भी होंगे लेकिन इन खूबसूरत जगहों के बारे में जानकरी ना होने से आप घूमने से चूक गये होंगे तो चलिए आपको सिंगरौली से 400 KM दूर जबलपुर में कुछ महत्वपूर्ण घूमने की जगह के बारे में बताते हैं।
बरगी बांध
बरगी बांध 1974-1990 के बीच नर्मदा नदी पर बनाया गया था। 16 साल में बना ये प्रोजेक्ट बहुत बड़ा है. बांध का पानी तीन जिलों यानी जबलपुर, मंडला और सिवनी इलाके में फैल गया है. बरगी बांध की ऊंचाई 69 मीटर और लंबाई 5.4 किमी है। बरगी बांध आपके जबलपुर दौरे की योजना में अवश्य शामिल होना चाहिए। वॉटर स्कूटर, पैडल बोटिंग, स्पीड बोटिंग और क्रूज़ सवारी की सुविधाओं के साथ, यह साइट पिकनिक के लिए भी अच्छी है। यहां का मुख्य आकर्षण क्रूज की सवारी है।
कचनार सिटी मंदिर
जबलपुर के मध्य में स्थित भगवान शिव का मंदिर एक दार्शनिक स्थान है। भगवान शिव की 76 फीट ऊंची विशाल प्रतिमा के दर्शन के लिए देश भर से दूर-दूर से महाकाल भक्त यहां आते हैं। मंदिर के गर्भगृह में भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंग स्थापित हैं। यह एक सुंदर और अलौकिक मंदिर है, यहाँ पर आपको एक बार जरूर जाना चाहिए।
भेड़ाघाट का धुआंधार झरना
यह एक खूबसूरत और आकर्षक पर्यटन स्थल है। यह झरना 98 फीट की ऊंचाई से खूबसूरती से गिरता है। संगमरमर की चट्टानों से नीचे गिरते समय नर्मदा का जल धुएँ जैसा प्रतीत होता है। इसी कारण से इस झरने का नाम धुआंधार रखा गया है, जिसका अर्थ है ‘धुएं का प्रवाह’। गर्मियों में यहां आने का अपना ही मजा है, जहां आप नाव की सवारी, नदी के किनारे पिकनिक या सबसे अद्भुत सूर्यास्त के दृश्य का आनंद ले सकते हैं।
भेड़ाघाट की संगमरमर की चट्टानें
जबलपुर का भेड़ाघाट बेहद खूबसूरत स्थान है, यहां का नजारा आपका मन मोह लेगा। भेडाघाट पर आपको अनोखे संगमरमर के पत्थर भी मिल सकते हैं। 100 फीट की ऊंचाई पर संगमरमर के ये पहाड़ सफेद, काले, हल्के नीले और हल्के हरे रंग सहित विभिन्न रूपों और रंगों में दिखाई देते हैं। यहां आप केबल कार या नाव से घाटी के पार यात्रा कर सकते हैं। विशेष रूप से सूर्योदय या पूर्णिमा की रात के दौरान यहां के मनमोहक दृश्य का आनंद लें, यह सुखद अनुभव जीवन भर रहेगा, यहाँ पर मोहनजोदड़ो, अशोका, डंकी आदि कई फिल्मों की शूटिंग भी हुई है। यहां तक कि रितिक रोशन ने भी इस जगह की तारीफ की।
डुमना नेचर रिजर्व पार्क
1058 हेक्टेयर क्षेत्र में फैला यह पार्क शहर की सीमा के बाहर एक पारिस्थितिक और पर्यटन स्थल है, जहां की खूबसूरत वनस्पतियों और जीवों को देखकर आप आश्चर्यचकित रह जाएंगे। आप यहां मछली पकड़ते पक्षियों को देखने और पैदल चलने/साइकिल चलाने जैसी कई मनोरंजक गतिविधियों में भी शामिल हो सकते हैं। पुस्तकालय के अलावा भोजन सुविधाओं के लिए एक रेस्तरां भी है। आप यहां मौजूद टॉय ट्रेन का आनंद लेते हुए बच्चों के साथ क्वालिटी टाइम बिता सकते हैं।