Singrauli News : कुछ दशक पहले तक सिंगरौली पिछड़ा क्षेत्र हुआ करता था, अब ऐसा नहीं है। बड़े-बड़े पक्के मकान बन गये। गांव-गांव तक सड़कें बन गई हैं, लेकिन मेरे मन में एक टीस अब भी रहती है। मुझे यह कहने में संकोच नहीं हो रहा है कि यहां के मेधावी विश्व पटल पर जिले का नाम रोशन नहीं कर पा रहे हैं। इस कमी को दूर करने के लिए हमारी संस्था राजमाता सिंगरौली चुन कुमारी सेवा संस्थान ने मेधावियों को प्रोत्साहन राशि देने का अभियान शुरू किया है। माशिमं के 12वीं परीक्षा परिणाम में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले 10 विद्यार्थियों को 40-40 हजार रूपये प्रोत्साहन राशि का चेक पिछले वर्षों की भांति आज भी दिया जा रहा है, ताकि उन्हें आगे की पढ़ाई के लिए आर्थिक समस्या का सामना न करना पड़े।
उक्त बातें राजमाता सेवा संस्थान की सचिव वीणा सिंह ने शनिवार को सिंगरौली पैलेस हेरिटेज होटल में आयोजित कार्यक्रम के दौरान मेधावी छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कही। इस अवसर पर संस्था के अध्यक्ष बीपी सिंह राजा बाबा, कोषाध्यक्ष पुष्पराज सिंह उपस्थित थे। श्रीमती सिंह ने आगे कहाकि हमारी संस्था इन विद्यार्थियों के साथ हमेशा संपर्क में रहेगी। मेधावी किस क्षेत्र में पढ़ाई कर रहे हैं। उन्हें किस प्रकार की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। इस पर ध्यान रखा जायेगा। उस समस्या का निराकृत भी किया जायेगा। अभी तक मेधावी कहे जा रहे हैं। मैं चाहती हूँ कि आगे आप लोग इससे बेहतर अपनी मेधाशक्ति का परिचय दें। बेहतर नागरिक बनें। हमारे जिले के मेधावी रिसर्च के क्षेत्र आगे बढ़ें ताकि विश्व पटल पर सिंगरौली का नाम रोशन हो सके। देश के विकास में अपना अहम योगदान दें। उन्होंने कहाकि जहां भी जायें, अच्छे व्यक्तित्व का परिचय दें।
परिजन हो रहे होंगे गौरवान्वित इस अवसर पर उपस्थित सहायक संचालक शिक्षा कविता त्रिपाठी ने कहाकि 12 वीं के बाद कॅरियर किस क्षेत्र में बनाया जाये, इसका चयन करना कठिन होता है। यह प्रोत्साहन राशि आप लोगों के लिए बड़े काम आने वाली है। आज आपके माता-पिता भी गौरवान्वित महसूस कर रहे होंगे। आगे भी इस तरह का गौरव का पल आता रहे, इसलिये आप लोग मन लगाकर पढ़ाई में जुटे रहें। पढ़ाई के लिए मन को मारना पड़ता है। जो इस पड़ाव पर मन को वश में करके पढ़ लेता है, वह कामयाब हो जाता है, इसलिए इस प्रोत्साहन राशि को कम न समझें। बूंद- बूंद से घड़ा भरता है। हमें यह कहते हुए खुशी महसूस हो रही है कि आपके अच्छे प्रदर्शन पर यह संस्था आगे भी आपकी मदद करने के लिए प्रतिबद्ध है। सुश्री त्रिपाठी ने अपनी बात कविता की एक पंक्ति से समाप्त करते हुए कहाकि माना कि अंधेरा बहुत घना है, लेकिन दीपक जलाना कहां मना है?
इन मेधावियों को दी गई प्रोत्साहन राशि
प्रोत्साहन राशि पाने वाले 12वीं विद्यार्थियों में पिंकी बैस पिता गुलाब सिंह शाउमावि कन्या देवसर, स्नेहा सिंह बैस पिता सत्यनारायण सिंह बैस शाउमावि कुसई चितरंगी, शैलजा पांडेय पिता बृजेश पांडेय शाउमावि खुटार, रोहित कुमार दुबे पिता विंदेश्वरी दुबे शाउमावि उत्कृष्ट वैढ़न, पूजा बैस पिता रामनिवास बैस सरस्वती उमावि वैढ़न, विपिन पाठक पिता मनेंद्र पाठक सरस्वती उमावि विंध्यनगर, प्रियांशु दुबे पिता राकेश दुबे सरस्वती उमावि विंध्यनगर, हर्ष जायसवाल पिता परमसुख जायसवाल सरस्वती उमावि चितरंगी, विकास कुमार बैस पिता अशोक बैस शा. उमावि चितरंगी, विकास कुमार बैस पिता अशोक बैस शाउमावि पोड़ी बरगवां, पायल पटवा पिता राजेंद्र पटवा शा. बालिका उमावि देवसर शामिल हैं।
🔥 ✅ हमारे टेलीग्राम से जुड़े | Click Here |
🔥 ✅ Whatsapp से जुड़ें | Click Here |
ये भी पढ़ें : MP News बिजली का करंट लगाकर बाघ की हत्या करने करने वाले आरोपी गिरफ्ता