NCL Singrauli Bharti : कल दिनांक 02 /09/2024 को संयुक्त संघर्ष मंच सिंगरौली के ज़िला संयोजक समेत कोर कमेटी के प्रतिनिधि मंडल ने एनसीएल मुख्य प्रबंध निदेशक(CMD) से मुलाकात कर सिंगरौली के ज्वलंत मुद्दों के विषय में चर्चा किया, साथ ही आग्रह किया कि उक्त सभी बिंदुओं पर कार्यवाही कर संगठन को अवगत कराया जाए अन्यथा संगठन 15 दिवस पश्चात् किसी भी समय एन०सी०एल० मुख्यालय सिंगरौली का घेराव ,धरना प्रदर्शन ,अनिश्चित क़ालीन आंदोलन करते हुए माननीय राष्ट्रपति महोदया को संबोधित ज्ञापन पत्र जिला प्रशासन के माध्यम से प्रस्तुत किया जायेगा.
जिसमें प्रमुख रूप से सात बिंदुओं पर चर्चा हुआ जो की निम्न अनुसार है
- एनसीएल जयंत परियोजना में कार्यरत रवि कुमार ,विक्रम सिंह, गौरव, कुलबीर लोहान के विरुद्ध तथा थाना विंध्यनगर जिला सिंगरौली के समक्ष महिलाओं से अभद्रता करने एवं छेड़छाड़ करने संबंधित अपराध पंजीबद्ध किया गया था, जिसका अपराध क्रमांक 0171/24 दिनांक 23/08/2024 भारतीय न्याय संहिता की धारा 74, 351 (3) , 3 (5) के उक्त मामलों में कर्मचारियों के विरुद्ध विभागीय जांच कर तत्काल कड़ी से कड़ी कार्रवाई हो और विभागीय जांच कर ऐसे अपराधिक प्रवृत्ति के कर्मचारियों को तत्काल एनसीएल प्रबंधन द्वारा कार्य से निलंबित किया जाए और और सिंगरौली से अन्यत्र पदास्थापना किया जाए.
- यह कि उपरोक्त कर्मचारी एनसीएल जयंत एवं अन्य परियोजना में पदस्थ हैं l संगठन के द्वारा एकत्र किए गए जानकारी के अनुसार उनकी नियुक्ति एनसीएल भर्ती प्रक्रिया वर्ष 2019-20 के तहत हुई है, उपरोक्त कर्मचारी अपराधिक प्रवृत्ति के व्यक्ति हैं, नशा का सेवन कर महिलाओं से सदैव अभद्रता करते रहते हैं और खुलेआम सड़कों पर बैठकर नशा करते हैं ,नशे को बढ़ावा देते हैं गाड़ियों के नंबर प्लेट के स्थान पर जाट लिख रखा है इनका कृत्य कदाचरण की श्रेणी में आता है ।उनके विरुद्ध अनुशासनहीनता की कार्यवाही के साथ-साथ विभागीय जांच की कार्रवाई कर तत्काल कार्य मुक्त कर निलंबित करें.
- उपरोक्त कर्मचारी मूलतः हरियाणा राज्य के निवासी और एक ही समुदाय अथवा एक ही जाति के हैं। फर्जी योग्यता प्रमाण पत्र के आधार पर एनसीएल जयन्त एवं अन्य परियोजनाओं में नौकरी कर रहे हैं, इसलिए इनकी योग्यता के प्रमाण पत्रों की जांच माध्यमिक शिक्षा मण्डल एवं विश्व विद्यालय एवं औद्योगिक प्रशिक्षण केन्द्रो से रिपोर्ट लिया जाकर विभागीय जांच कराया जाना न्यायहित में आवश्यक है।
- उपरोक्त कर्मचारियों की भर्ती हुई है किन्तु उपरोक्त कर्मचारियों का पुलिस वेरीफिकेशन नियुक्ति के पूर्व नहीं किया गया है। ऐसी जानकारी संगठन को प्राप्त हुई है l जिससे स्पष्ट है कि उक्त कर्मचारीगण सेवा के पूर्व से अपराधिक कार्यों में संलिप्त रहे हैं, इसलिए अपराधों के संबंध में जांच किया जाना न्यायहित में आवश्यक है।
- उपरोक्त कर्मचारियों में से कुछ ऐसे भी कर्मचारी हैं ,जो सामान्य वर्ग से आते हैं, किन्तु वे अनुसूचित जाति / अनुसूचित जनजाति एवं पिछड़े वर्ग का फर्जी प्रमाण पत्र एन.सी.एल. में भर्ती के समय संलग्न कर नौकरी प्राप्त कर लिये हैं। ऐसे सभी प्रमाण पत्रों की निष्पक्ष जांच कराया जाए। संगठन को यह भी जानकारी प्राप्त हुई है कि एनसीएल की भर्ती प्रक्रिया में अधिकारियों की संलिप्तता है जिनका नाम पी.के. सिन्हा, चार्ल्स जुस्टर,
एस. सी. वत्स है l जो उपरोक्त कर्मचारियों से लंबी रिश्वत लिया जाकर अवैध नियुक्ति किया गया। इसमें एन.सी.एल. के अधिकारियों की मिलीभगत थी l
इसलिये भ्रष्टाचार के आरोप में पूर्व से सी.बी.आई. के द्वारा कार्यवाही किया जा रहा है। एन.सी.एल. भर्ती प्रक्रिया को भी सी.बी.आई. के द्वारा जांच कराया जाना न्यायहित में आवश्यक है। - उपरोक्त कर्मचारियों में से कुछ ऐसे भी कर्मचारी हैं जिनका नियुक्ति के पूर्व और नियुक्ति के पश्चात् दो से अधिक संतान पैदा हुये हैं, ऐसे कर्मचारी भारत सरकार के नियमों के अनुसार अपात्र हैं। और सेवा से मुक्त किये जाने योग्य हैं। कर्मचारियों के परिवार के सदस्यों की जांच कराया जाकर सेवा से पृथक किया जाना न्यायहित में आवश्यक है।
- विदित हो कि एन.सी.एल. सिंगरौली, जिला सिंगरौली के सभी परियोजनाओं में संविदाकार ओ.बी. कम्पनियां कार्य कर रही हैं। मध्यप्रदेश शासन के नियमानुसार 70 प्रतिशत स्थानीय कुशल अर्द्धकुशल / अकुशल कार्मिकों की भर्ती किया जाना अनिवार्य है , किन्तु लगभग समस्त ओ.बी. कम्पनियों के द्वारा इन नियमों का उल्लंघन किया जा रहा है । साथ ही तानाशाही रवैये से स्थानीय लोगों के अधिकारों को छीना जा रहा है। जिसका संगठन पूर्णतः विरोध करता है और संगठन आपसे निवेदन करता है कि सभी संविदाकार ओ.बी. कम्पनियों में कार्यरत कार्मिकों की सूची संगठन को उपलब्ध करावें जिससे 70 प्रतिशत स्थानीय कार्मिकों की पुष्टि हो सके। यदि स्थानीय कार्मिकों की नियुक्तियां पूर्णतः नही की गयी हैं। तो ऐसी नियुक्ति को रद्द कर स्थानीय लोगों को नियुक्त किया जाय, जिसकी सूची संगठन को उपलब्ध करायी जाय।
- उक्त बैठक में संयुक्त संघर्ष मंच जिला सिंगरौली के *जिला संयोजक एडवोकेट अशोक शाह एवं कोर टीम के राजेश दुबे, दिग्विजय सिंह , धीरज सिंह परिहार, अनिल जायसवाल, पुष्पेंद्र सिंह, सिंटू पांडे, कोषाध्यक्ष अक्षय साह शामिल रहे.