Ujjain News : उज्जैन में सोमवार शाम शहर का माहौल बिगड़ने से बच गया. महाकाल यात्रा के दौरान एक बिल्डिंग की छत पर चढ़े कुछ शरारती तत्व सड़क पर थूक रहे थे. सवारी में मौजूद भक्तों और ढोल वादकों ने घटना का वीडियो बनाया और इसे सोशल मीडिया पर साझा किया। गुस्साए हिंदू संगठनों ने थाने पर जोरदार प्रदर्शन किया. पुलिस ने मामला दर्ज कर तत्काल कार्रवाई करते हुए आरोपीयों को गिरफ्तार कर लिया.
दरअसल, शहर के टंकी मोड़ के पास बाबा महाकाल की दूसरी सवारी के दौरान कुछ शरारती तत्व एक बिल्डिंग की छत पर चढ़ गए और थूक दिया. हालांकि श्रद्धालुओं ने ऐसा करने से मना किया, लेकिन बदमाश नहीं माने. जिसे देखकर कार्यक्रम में मौजूद कुछ लोगों ने थूकने का वीडियो रिकॉर्ड कर लिया. सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने पर विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के पदाधिकारी गुस्से में थाने पहुंच गए। थाने पर काफी देर तक धरना प्रदर्शन चलता रहा.
इस संबंध में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आकाश भूरिया ने मीडिया को बताया कि बाबा महाकाल की यात्रा के दौरान ढोल बजाने वालों ने एक विशेष समुदाय के लोगों का वीडियो रिकॉर्ड किया था. जुलूस के दौरान आरोपियों ने छत पर खड़े होकर थूक दिया. अब इस घटना में खारकुआं थाना पुलिस ने तीन लड़कों को हिरासत में लिया है. गिरफ्तार किए गए लोगों में से दो नाबालिग बताए जा रहे हैं. फिलहाल उनकी उम्र की जांच की जा रही है.
इन धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है
इस पूरी घटना में पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 1860, 295A, 153A, 296, 505 के तहत मामला दर्ज किया है.
चंद्रमौलेश्वर रूप में बाबा महाकाल नगर भ्रमण पर निकले
सावन माह के दूसरे सोमवार को बाबा महाकालेश्वर अपने भक्तों को दर्शन देने के लिए चंद्रमौलेश्वर के रूप में पालकी पर और हाथी पर मनमहेश के रूप में नगर भ्रमण करते हैं। बाबा की एक झलक पाने के लिए श्रद्धालु आतुर दिखे। सवारी निकलने से पहले सभा भवन में सबसे पहले बाबा की पूजा की जाती है। शोरशपचार से भगवान का पूजन किया गया। फिर आरती की जाती है।
इसके बाद बाबा को पालकी में विराजमान किया जाता है और जैसे ही बाबा महाकालेश्वर मंदिर के मुख्य द्वार पर पहुंचते हैं, भगवान चंद्रमौलेश्वर को दंडवत प्रणाम किया जाता है। फिर झांझ, मंजीरे और ढोल की थाप पर शहर की विभिन्न सड़कों पर सवारी निकाली जाती है। जहां श्रद्धालु सवारी मार्ग में जगह-जगह खड़े होकर जय श्री महाकाल के जय घोष के साथ राजाधिराज पर पुष्प वर्षा करते देखते रहे।