Singrauli today news : साइबर ठग लोगों को शिकार बनाने के लिए तरह-तरह का जाल फैला रहे हैं। कभी बिजली कर्मी तो कभी पंचायत कर्मी बनकर लोगों से ठगी करते हैं। रविवार को साइबर ठगी का एक नया मामला सामने आया, जिसमें ठगों ने विंध्यनगर स्थित एक डॉक्टर दम्पत्ति को झांसे में लेकर – उनके बैंक खाते से चार लाख रुपये न पार कर दिये। राहत की बात यह नरही कि डॉक्टर दंपत्ति को जल्द ही समझ आ गया कि उनके साथ फ्रॉड हो गया और उन्होंने तत्काल पुलिस को सूचना दी लिहाजा पुलिस की सक्रियता से ठगी गई, चार लाख रुपये की राशि दंपत्ति के बैंक खाते में वापस कराई गई। राशि वापस आने से डॉ. दंपत्ति के चेहरे में खुशी लौटी और उन्होंने पुलिस की सक्रियता पर खुशी जाहिर की।
क्या है पूरा मामला
पुलिस ने बताया कि विंध्यनगर निवासी डॉ. राजीव चौधरी और डॉ. हेमलता चौधरी के मोबाइल में एक अनजान नंबर से फोन आया कि सैनिक स्कूल में प्रवेश पूर्व 40 बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण करना है। स्वास्थ्य परीक्षण का जार्च कितना लिया जाएगा। फोन करने वाले व्यक्ति ने अपना परिचय सैनिक स्कूल के कैप्टन के तौर पर दिया। साइबर ठग के झांसे में आकर चिकित्सक दंपत्ति मांगी गई पर्सनल जानकारी जैसे मोबाइल एप क्लीनिक का लेटर पैड, विजिटिंग कार्ड आदि दे दिया। जिसका फायदा उठाते हुए साइबर ठग पलभर में बैंक खाते से चार लाख रुपये पार कर दिये।
वीडियो कॉल कर निकाले पैसे
चिकित्सक दंपत्ति से पर्सनल जानकारी लेने के बाद बच्चों के परीक्षण करने का जार्च पेय करने के लिए साइबर ठग ने चिकित्स दंपत्ति के मोबाइल पर वीडियो कॉल किया और बोला कि जैसा वह बता रहा है, वैसा वह अपने मोबाइल एप में करें। ठग द्वारा बताए जा रहे प्रोसेस को करते समय दंपत्ति को एहसास हुआ कि उनके साथ फ्रॉड हो गया और बैंक खाते से राशि निकाल ली गई। तत्काल ही उन्होंने एसपी मनीष खत्री को सूचना दी। सूचना के बाद एसपी ने विंध्यनगर थाना प्रभारी अर्चना द्विवेदी और साइबर टीम को सक्रिय किया और डॉ. दंपत्ति को 1930 नंबर पर शिकायत करने के लिए कहा। साइबर टीम भी ठगी की राशि वापस कराने के लिए जुटी और चार लाख रुपये की राशि चिकित्सक दंपत्ति के खाते में लौटवाई।