Singrauli Seat Analysis : मध्य प्रदेश (MP) की उर्जाधानी के नाम से मशहूर सिंगरौली सीट (Singrauli Seat) के आंकड़े बदल गए हैं. कहीं नजर न आने वाली आप ने अपना मेयर बनाकर बीजेपी और कांग्रेस दोनों को सकते में डाल दिया है. जिले की बात करें तो 2018 में यहां बीजेपी ने कांग्रेस को हराया था. जिले के सिंगरौली और चितरंगी तथा देवसर में भाजपा प्रत्याशी जीते।
वर्तमान स्थिति
अभी की बात करें तो तीनों सीटें बीजेपी के कब्जे में हैं. एसटी के लिए आरक्षित चितरंगी से अमर सिंह ने सरस्वती सिंह को हराया, अनारक्षित सिंगरौली से रामलल्लू वैश्य ने रेनू शाह को हराया और एससी के लिए आरक्षित देवसर से सुभाष राम चरित ने वंशमणि प्रसाद वर्मा को हराया, सिंगरौली के चितरंगी विधानसभा क्षेत्र में कुल 235333 मतदाता हैं। सिंगरौली में 220667 है, जो जिला मुख्यालय और हाई प्रोफाइल सीट बन गई है। जहां देवसर में मतदाता 219423 हैं.
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Singrauli Seat Analysis : मध्य प्रदेश (MP) की उर्जाधानी के नाम से मशहूर सिंगरौली सीट (Singrauli Seat) के आंकड़े बदल गए हैं. कहीं नजर न आने वाली आप ने अपना मेयर बनाकर बीजेपी और कांग्रेस दोनों को सकते में डाल दिया है. जिले की बात करें तो 2018 में यहां बीजेपी ने कांग्रेस को हराया था. जिले के सिंगरौली और चितरंगी तथा देवसर में भाजपा प्रत्याशी जीते।वर्तमान स्थितिविधानसभा चुनाव 2018 नतीजे
विधानसभा चुनाव 2018 नतीजे
– चितरंगी से बीजेपी के अमर सिंह ने कांग्रेस की सरस्वती सिंह को 59248 वोटों से हराया था.
– सिंगरौली से बीजेपी के रामलल्लू बैश्य ने कांग्रेस की रेनू शाह को 3726 वोटों से हराया.
– देवसर से बीजेपी के सुभाष राम चरित ने कांग्रेस के वशमणि प्रसाद वर्मा को 10678 वोटों से हराया.
सिंगरौली इस साल राज्य की हॉट सीटों में से एक होने जा रही है. क्योंकि देश में उभर रही अरविंद केजरीवाल की पार्टी AAP ने यहां दस्तक दे दी है. नगरीय निकाय चुनाव में रानी अग्रवाल ने जीत हासिल की। अब पार्टी 2023 में इस क्षेत्र से कम से कम एक विधायक को भोपाल भेजने की कोशिश कर रही है. इस बार भाजपा ने सिंगरौली जिले के तीनों विधानसभा के प्रत्याशियों को बदल दिया है मुख्य मुकाबला सिंगरौली जिले की हाट सीट सिंगरौली विधानसभा है जिसमें भाजपा से रामनिवास शाह को उम्मीदवार बनाया गया है कांग्रेस ने एक बार फिर रेनू शाह पर अपना भरोसा जताया है वहीं आम आदमी पार्टी ने नगर निगम चुनाव में प्रचंड बहुमत से जीत हासिल करने वाली रानी अग्रवाल को विधानसभा का उम्मीदवार बनाया है.
अब देखना यह है कि बीजेपी कांग्रेस और आप के साथ इस मुकाबले में कैसे जीत हासिल करती है.