MP News : उप मुख्यमंत्री श्री राजेंद्र शुक्ल ने गुरुवार रात्रि लखनऊ में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ से शिष्टाचार भेंट की। उन्होंने श्री आदित्यनाथ से उत्तर प्रदेश के सीमावर्ती क्षेत्रों से मध्यप्रदेश एवं मुख्यतः विंध्य क्षेत्र के जिलों में विक्रय हो रहे मादक पदार्थ कोडिन फॉस्फेट (कोरेक्स) जिससे युवाओं में नशे की लत बढ़ रही है, उसके रोकथाम एवं ऐसा करने वालों पर एनडीपीएस एक्ट के तहत सख्त कार्रवाई का आग्रह किया।
उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने गत दिवस उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ से लखनऊ में मुलाकात कर कफ सिरप की तस्करी रोकने संबंधित जनपदों की पुलिस को एनडीपीएस एक्ट की कार्रवाई के लिए निर्देशित करने का लिखित एवं मौखिक रूप से अनुरोध किया।
सीएम योगी को लिखे पत्र में डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल ने कहा है कि खांसी की दवा कोरेक्स व रेफरेक्स में कोडिन फास्फेट की अधिक मात्रा व बाजार में इसकी सहज उपलब्धता से इसका उपयोग बच्चे नशे के रूप में वृहद स्तर पर करते हैं। इस प्रकार के नशे का प्रचलन सिंगरौली, रीवा, सीधी और सतना आदि जिलों में सर्वाधिक पाया गया है। इससे नौनिहाल सहित युवा वर्ग नशे का आदी हो रहा है। इसके कारण इनका परिवार प्रभावित होता है। मध्य प्रदेश से सटे यूपी के मिर्जापुर, प्रयागराज, वाराणसी आदि जिलों में कोडिन फास्फेट नामक मादक पदार्थ आसानी से मिल जाता है। यूपी में एनडीपीएस एक्ट के तहत कार्रवाई न होने के कारण वहां से प्रदेश के सीमावर्ती जिलों में कोडिन फास्फेटयुक्त कफ सिरप व मादक पदार्थ लाकर बेचा जाता है। ऐसी आशंका है कि यूपी के सीमावर्ती जिलों के युवा भी इसी नशे की गिरफ्त में आ सकते हैं।
सुप्रीम कोर्ट के फैसले का भी पत्र में दिया है हवाला
डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल ने उच्चतम न्यायालय द्वारा मोहम्मद शहाबुद्दीन एवं अन्य विरुद्ध असम राज्य आपराधिक अपील क्रमांक 1602/2012 से जुड़े मामले में कफ सिरप परिवहन के आरोपियों का जमानत आवेदन खारिज करने को नजीर के रूप में प्रस्तुत किया है। कहा कि इस मामले के आरोपियों द्वारा वैध अनुज्ञप्ति बिना निषिद्ध मात्रा से ज्यादा कोडिनयुक्त कफ सिरप का परिवहन किया जा रहा था। अपीलार्थी का कृत्य एनडीपीएस एकट 1985 की धारा 8/21/22 के अधीन दंडनीय है। इस निर्णय के परिप्रेक्ष्य में बच्चों में बढ़ती नशे की आदत रोकने के लिए बिना वैध अनुज्ञप्ति 10 एमजी से अधिक कोडिनयुक्त कफ सिरप का परिवहन, संग्रहण व विक्रय किया जाता है तो कार्रवाई करने का निर्देश है।
डिप्टी सीएम ने प्रदेश में विगत वर्षों में जब्त कोडिनयुक्त कफ सिरप का आंकड़ा भी दिया है। कहा है कि प्रति वर्ष 2 लाख कोरेक्स की शीशियां जब्त की गई हैं। गत जनवरी से अप्रैल माह में मप्र के 104 प्रकरणों में 161 आरोपियों के कब्जे से 1 लाख 36 हजार 465 शीशी कोरेक्स जब्त की गई। वहीं रीवा जोन में इस अवधि में 78 प्रकरणों में 9055 व 105845 नशीली टेबलेट जब्त की गई है। अनुरोध है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश आलोक में उत्तर प्रदेश में यदि किसी प्रकार के निर्देश जारी होते हैं तो नशे के इस कारोबार पर कार्रवाई और अच्छे तरीके से हो सकेगी और युवाओं को नशे की गिरफ्त में जाने से बचाया जा सकेगा।
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