Singrauli-Prayagraj National Highway : मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के बॉर्डर पर सिंगरौली प्रयागराज नेशनल हाईवे का सर्वे पूरा हो चुका है 70 किलोमीटर के हाईवे की जनपद में चितरंगी और दुध्मनिया तहसील के लगभग तीन दर्जन गांव की जमीन भी प्रभावित हो रही है इस जमीन के अधिग्रहण की सूचना मार्च में जारी की गई थी इसके बाद जमीन की खरीद फरोख्त और नामांतरण पर रोक लगा दी गई थी फिर भी दोनों तहसीलों के गांव में दो महीने में ही 3000 से ज्यादा मुआवजा लेने वाले घर खड़े हो गए हैं मुआवजा गिरोह के सदस्य करोड़ का खेल कर रहे हैं सिंगरौली जिले में मुआवजा रैकेट चल रहा है जिले में जहां भी औद्योगिक कंपनियाँ आती है या नेशनल स्तर की रोड बनती है वहां पर मुआवजा गिरोह सक्रिय हो जाता है और अवैध निर्माण कर करोड़ों का खेल कर देते हैं.
स्थानीय लोग रह जाते हैं वंचित
आपको बता दे की वास्तव में जिसको इसका लाभ मिलना चाहिए वह लोग वंचित रह जाते हैं और मुआवजा गिरोह के सदस्य हर जगह पहुंचकर सरकारी तंत्र से मिलकर मुआवजे का लाभ ले लेते हैं 5-6 फुट दीवार बनाकर टिन से ढक कर घर का निर्माण पूरा कर लिया जाता है स्थानीय लोग कहते हैं कि उक्त निर्माण में राजस्व विभाग के पटवारी से लेकर आला अधिकारियों तक की मिली भगत रहती है अब इसी को लेकर NHAI तक बात पहुंची है तो पीडब्ल्यूडी के शंकर लाल भी कहते हैं कि सर्वे पूरा होने के बाद बड़ी संख्या में निर्माण होने की शिकायत मिली है ऐसे घरों को चिन्हित करेंगे और अवैध निर्माण पर प्रशासनिक कार्यवाही भी की जाएगी.
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