MP News : अब गर्भवती महिलाओं को सोनोग्राफी (अल्ट्रासाउंड) के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, जिला अस्पताल या मेडिकल कॉलेज का चक्कर नहीं लगाना होगा। वे प्राइवेट सेंटरों पर जाकर मुफ्त में सोनोग्राफी करा सकती हैं। इसका भुगतान सरकार करेगी। निजी केंद्रों पर जांच कराने वाली महिलाओं को ‘ई-रुपी’ बारकोड दिया जाएगा। बारकोड के स्कैन के बाद केंद्र संचालक के खाते में पैसा ट्रांसफर हो जाएगा। 29 जुलाई को काटजू अस्पताल मैं पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरुआत होगी। हर महीने 9 व 25 तारीख को यह सुविधा फ्री में मिलेगी। 9 अगस्त से प्रदेश के सभी जिलों में यह सुविधा शुरू हो जाएगी। क्या है ई-रुपी वाउचर ई-रुपी वाउचर एक क्यूआर कोड है। इसे स्कैन करते ही पैसे एक अकाउंट से दूसरे अकाउंट में पहुंच जाते हैं। बारकोड लाभार्थी के मोबाइल पर दिया जाएगा।
फिलहाल भोपाल के 30 सोनोग्राफी सेंटर को जारी किए गए बारकोड
फिलहाल, भोपाल के 30 सोनोग्राफी सेंटर को बारकोड जारी किए गए हैं। सीएमएचओ डॉ. प्रभाकर तिवारी ने बताया डॉक्टर द्वारा सोनोग्राफी लिखने के बाद लाभार्थी महिला के मोबाइल पर ई-रुपी का बारकोड मिलेगा। इसके बाद जननी शिशु सुरक्षा कार्यक्रम (जेएसएसके) के तहत चलने वाले केंद्र पर सोनोग्राफी कराने के बाद 500 रुपए सीधे केंद्र संचालक के खाते में पहुंच जाएंगे।
ऐसे मिलेगा ई-वाउचर
गर्भवती महिला को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में नाम व फोन नंबर बताना होगा। इसके बाद सीएचसी में ई-वाउचर जनरेट होगा। जांच से पहले मोबाइल पर ओटीपी आएगा। इसके सत्यापन के बाद संचालक अल्ट्रासाउंड कर पाएंगे।