Schools Closed Order : हिमाचल प्रदेश की सरकार ने एक अहम फैसला लेते हुए लगभग 500 से ज्यादा स्कूलों को बंद कर दिया है जिसमें से 99 सरकारी प्राथमिक और माध्यमिक स्कूलों शून्य नामांकन होने की वजह से बंद कर दिया गया है इसके साथ ही 5 या इससे कम छात्र वाले लगभग 419 स्कूलों को निकटतम स्कूल में मर्ज करने का आदेश दे दिया है, बंद किए गए 99 स्कूलों में से 89 प्राथमिक स्कूल हैं संयुक्त सचिव सुनील वर्मा ने इन स्कूलों को बंद करने की अधिसूचना भी जारी कर दी है और यह अधिसूचना तत्काल प्रभाव से लागू भी हो गई है।
क्या होगा शिक्षकों का?
आपके मन में यह सवाल चल रहा होगा कि इन विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों का अब क्या होगा आपको बता दें कि जिन विद्यालयों को बंद किया गया है या फिर जिन विद्यालयों को मर्ज किया गया है उनके शिक्षकों को खाली पद वाले स्कूलों में भेजा जाएगा शिक्षा विभाग ने यह कार्यवाही करने से पहले बैठक की थी और कई तरह के विचार विमर्श करने के बाद इन विद्यालयों को बंद करने का फैसला लिया गया सरकारी स्कूलों में नामांकन में गिरावट सरकार के लिए चिंता का बड़ा कारण बनी हुई है।
विद्यार्थियों का सरकारी विद्यालयों से हो रहा मोह भंग
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि विद्यार्थियों का अब सरकारी विद्यालयों से मोह भंग हो रहा है और अब वह प्राइवेट विद्यालयों की तरफ आकर्षित हो रहे हैं और प्राइवेट विद्यालयों में एडमिशन ले रहे हैं कक्षा एक से कक्षा 12 तक के सरकारी स्कूलों में कुल नामांकन जो 20 साल पहले 10.50 लाख था वह अब 7.50 लाख रह गया है इसी तरह पहली कक्षा में विद्यार्थियों की संख्या जो 132000 थी वह मात्र अब 49000 रह गई है इसके साथ ही 10500 प्राथमिक स्कूलों में 322 में कोई शिक्षक नहीं है और 3400 स्कूलों में एकमात्र शिक्षक है।