Singrauli News : बीते दिनों सिंगरौली जिले के जिला मुख्यालय समीप गाड़ी हटाने को लेकर हुए विवाद ने जाति विवाद का रूप ले लिया। दो लोगों के बीच हुए इस विवाद ने देखते ही देखते एक बड़ा रूप धारण किया है आपको बताते चले की बीच बचाव करने पहुंचे लोगों को भी इस मामले में राहत नही । नवानगर थाना क्षेत्र की घटना ने पकड़ा तूल जिसके बाद मेडिकल कराने पहुंचे लोगों के बीच अस्पताल परिसर में जमकर चले लाठी डंडे। जिला अस्पताल में घटना के समय मौजूद पुलिस कर्मियों के सामने मारपीट का वीडियो भी सोसल मीडिया में वायरल हो गया । इस पूरे मामले में दो वर्गों के बीच हुए बवाल को लेकर आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरु हो गया है।
मिली जानकारी के अनुसार सिंगरौली जिले के नवानगर थाना क्षेत्र में बीते दिन गुरुवार सुबह के लगभग 11:30 नवानगर थाना क्षेत्र अंतर्गत आने वाले निगाही मोड पर गाड़ी का कार्य करने पहुंचे गोर लाल कुशवाहा अपनी गामा गाड़ी मैकेनिक से सुधरवा कर बाहर निकलने का प्रयास कर रहे थे। आरोप है कि मुख्य सड़क पर खड़ी गाड़ी को हटाने को लेकर गोरेलाल ने पुष्पराज सिंह को निवेदन किया परंतु संबंधित व्यक्ति के द्वारा अपशब्द कहे जाने के बाद बात बिगड़ गई आप है कि संबंधित व्यक्ति के द्वारा गाड़ी न हटाने एवं गाली गलौज किए जाने के बाद मामले ने तूल पकड़ लिया। दोनों पक्षों ने अपनी तरफ से लोगों को बुला लिया इसके बाद देखते ही देखते मारपीट शुरू हो गई। मारपीट की घटना के बाद दोनों पक्ष नवानगर थाने पहुंचे जहां मामले की लिखित शिकायत दोनो के द्वारा की गई मामले पर कार्रवाई करते हुए नवानगर थाने ने मामला पंजीबद्ध कर विवेचना में ले लिया एवं घायलों को इलाज के लिए जिले के सरकारी जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया।
घटनाक्रम को लेकर दूसरे पक्ष कई दर्जन नाराज लोगों के साथ जिला अस्पताल पहुंचकर लाठी डंडों से मारपीट शुरू कर दी जिसके संबंध में जिले के सोशल मीडिया में लगातार वीडियो वायरल हो रहे हैं। आरोप है कि जिला अस्पताल में जिस समय लाठी डंडों से मारपीट की घटना को अंजाम दिया जा रहा उक्त समय तक कोतवाली पुलिस भी मौके पर पहुंच चुकी थी । घटना के संबंध में वायरल वीडियो में दिख रहा है की लाठी डंडों से लगातार कई बार किया जा रहे हैं परंतु पुलिस के द्वारा किए जा रहे प्रयास न काफी दिख रहे हैं। घटना के कई वीडियो सोसल मीडिया में जोरदार तरीके से वायरल हो रहे । वही कुशवाहा समुदाय के लोगों का आरोप है कि पुलिस ने एक पक्षी कार्रवाई की है जबकि मारपीट कर रहे लोगों को रोकने का प्रयास नहीं किया एवं उन्हें आराम से निकल जाने तक कोई गिरफ्तारी भी नहीं की एवं पुलिस तमासबिन बनी रही।
सिंगरौली जिले के जिला मुख्यालय के समीप एवं जिला मुख्यालय पर स्थित जिला अस्पताल में हुई इस मारपीट की घटना को लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं। आपको बताते चले की जिले में छत्रिय समाज एवं कुशवाहा समाज के संघर्ष की यह लड़ाई कोई आज की नहीं है इससे पूर्व में भी इस तरह की घटना निकलकर सामने आ चुकी है जिसमे की इस तरह का विवाद देखा गया था कुशवाहा समाज के एवं अन्य समाज के व्यक्ति पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर संबंधित मामले में पुलिस कप्तान से मुलाकात के प्रयास किये एवं पुलिस विभाग के बड़े अधिकारी को संबंधित घटना से अवगत कराया । एवं इस पूरे संघर्ष के तथ्यों को पुलिस अधीक्षक के समक्ष रखा है लोगों ने माँग की है कि सम्बन्धित घटना के वायरल वीडियो एवं अस्पताल परिसर में लगे सीसीटीवी फुटेज की जाँच कर दोषियों पर कार्रवाई की जाए।
दो समुदायों के बीच हुई झड़प चर्चा का विषय बना हुआ है वहीं पुलिस की कार्रवाई पर स्थानीय लोग एवं घटना स्थल पर मौजूद लोगों का आरोप है कि पुलिस के द्वारा घटनास्थल पर मौजूद एक पक्ष के लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया वहीं दूसरी तरफ घटनाक्रम में शामिल दूसरे पक्ष के लोगों पर पुलिस कार्रवाई करने से कतरा रही। संबंधित मामले को लेकर मारपीट की घटना का जो वीडियो लगातार सोशल मीडिया में वायरल है उसे पूरे वीडियो में मारपीट करने वाले लोगों में से बहुत से ऐसे लोग भी हैं जिन पर पुलिस ने शिकंजा नहीं कसा है या फिर यूं कहे कि उन पर कोई भी कानूनी कार्रवाई नहीं की गई है। ऐसे में दूसरे पक्ष के लोग लगातार इस बात को लेकर आक्रोश प्रकट कर रहे हैं कि पुलिस विभाग के द्वारा भेदभाव किया जा रहा है। ऐसे में पुलिस विभाग की किरकिरी होना भी लाजमी है। इस पूरे मामले के बाद से एक बात तो स्पष्ट है कि जिस तरह से यह घटनाक्रम हुआ वह बेहद निंदनीय है परंतु पुलिस के द्वारा की गई कार्रवाई पर सवाल या निशान खड़ा हो रहा है ऐसे में पुलिस विभाग इस पूरे मामले पर क्या कार्रवाई करता है यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा।