MP Election 2023 : मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव (Madhya Pradesh Assembly Elections) में टिकट वितरण के बाद भाजपा (BJP) और कांग्रेस आमने-सामने हैं, दोनों पार्टियों के नेता चुनाव लड़ने के लिए दूसरी पार्टियों की तलाश में हैं और टिकट पाने के लिए अपने संगठन और नेतृत्व पर गंभीर आरोप लगा रहे हैं।
सिंगरौली नगर निगम के पूर्व अध्यक्ष व वरिष्ठ भाजपा नेता चंद्र प्रताप विश्वकर्मा (Chandra Pratap Vishwakarma) ने भाजपा से इस्तीफा दे दिया है और बसपा में शामिल हो गए हैं, उनके बसपा के टिकट पर सिंगरौली विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने की उम्मीद है।
बीजेपी नेता चंद्र प्रताप पार्टी छोड़कर बीएसपी में शामिल हो गए हैं
आज सोमवार को चंद्र प्रताप विश्वकर्मा (Chandra Pratap Vishwakarma) ने बीजेपी छोड़कर बीएसपी में शामिल होने का ऐलान किया, उनके इस फैसले का उनके घर पहुंचे सैकड़ों समर्थकों ने स्वागत किया, मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि बीजेपी ने सिंगरौली से रामनिवास शाह (Ramniwas Shah) को मैदान में उतारा है. मेयर चुनाव में मुझे हराने वाले नेता यानी बीजेपी को हारने वाले.
उन्होंने बीजेपी उम्मीदवार के खिलाफ शिकायत के बाद इस्तीफा दे दिया
हम आपको बता दें कि 2022 में हुए नगर निगम मेयर चुनाव में चंद्र प्रताप बिश्वकर्मा को 25233 वोट मिले थे और वह आम आदमी पार्टी की उम्मीदवार रानी अग्रवाल से 9352 वोटों से हार गए थे। चंद्र प्रताप ने मेयर चुनाव में हार के लिए बीजेपी विधायक प्रत्याशी रामनिवास शाह को जिम्मेदार ठहराया. मेयर चुनाव के बाद से ही दोनों नेता आमने-सामने हैं।
पार्टी से गद्दारी नहीं कर सका, अब हराने का काम करूंगा
चंद्र प्रताप बिश्वकर्मा ने कहा कि अगर पार्टी ने किसी और को टिकट दिया होता तो उन्हें कोई दिक्कत नहीं थी, लेकिन पार्टी ने मौजूदा विधायक राम लल्लू वैश्य का टिकट काटकर पार्टी उम्मीदवार को हराने वाले व्यक्ति पर भरोसा जताया है. मैं पार्टी में रहूंगा, गद्दारी नहीं कर सकता, इसलिए पार्टी छोड़ रहा हूं, अगर बसपा मुझे टिकट देगी तो मैं चुनाव लड़ूंगा और रामनिवास शाह को हराऊंगा।
ये भी पढ़ें : Singham Again first look : नवरात्र के पांचवे दिन अजय देवगन दीपिका के बाद सिंघम अगेन में इस धाँसू एक्टर की हुयी एंट्री
ये भी पढ़ें : 72 billion box office collection : इस फिल्म ने सबको बनाया दीवाना 72 अरब का कलेक्शन कर किया हैरान