Singrauli News : जिला स्तरीय जांच समिति आज दिन गुरूवार को बैढऩ में संचालित ई-कोल इन्टरनेशनल विद्यालय, डीएव्ही, सेंट जोसेफ बिलौंजी एवं काइट्स राइस विद्यालयों का निरीक्षण किया। जहां ई-कोल विद्यालय एवं डीएव्ही बैढऩ में प्रथम दृष्टिया में भारी अनियमितता मिली है। इन विद्यालयों पर लाखों रूपये की पेनाल्टी लग सकती है।
गौरतलब है कि जबलपुर में कई प्राइवेट विद्यालयों के द्वारा स्कूली शुल्क मनमानी तौर पर बढ़ाते हुये अपने मनचाहा प्रकाशकों के पुस्तकों को खरीदने के लिए बाध्य किया गया था। जांच उपरांत आरोप सही मिलने पर कई प्राइवेट विद्यालयों के प्राचार्य एवं संचालकों पर जबलपुर प्रशासन के द्वारा अपराध पंजीबद्ध किया गया था। वही उक्त मामला उजागर होने के बाद सूबे के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सभी कलेक्टरों को प्रदेश की निजी विद्यालयों के मनमानी फीस वसूलने पर कार्रवाई करने के लिए निर्देश जारी किया। जहां राज्य शासन के उक्त आदेश पर सिंगरौली कलेक्टर चन्द्रशेखर शुक्ला ने गत दिवस जिलास्तरीय चार सदस्यीय जांच टीम गठित किया। जांच टीम में दो डिप्टी कलेक्टर के अलावा डीईओ एवं डीपीसी शामिल है। आज दिन गुरूवार को कलेक्टर चन्द्रशेखर शुक्ला के मार्गदर्शन में जिलास्तरीय जांच टीम के डिप्टी कलेक्टर नंदन तिवारी, डिप्टी कलेक्टर सौरभ मिश्रा, जिला शिक्षा अधिकारी एसबी सिंह, डीपीसी आरएल शुक्ला ने डीएव्ही विद्यालय बैढऩ, सेंट जोसेफ बिलौंजी तथा ई-कोल इंटरनेशनल एवं काइट्स राइस विद्यालयों का निरीक्षण किया। जांच के दौरान ई-कोल इन्टरनेशनल विद्यालय एवं डीएव्ही विद्यालय में भारी अनियमितता मिलने की चर्चा है।
दोनो विद्यालयों में स्मार्ट क्लास संचालन के नाम पर प्रत्येक छात्रों से भारी भरकम 500 से लेकर 1200 रूपये तक शुल्क वसूल किया गया है। इसके अलावा डीएव्ही विद्यालय में पुस्तकों का प्रकाशक खुद डीएव्ही विद्यालय है। जांच दल ने इसके अलावा अन्य कई गड़बडिय़ा पाई है। जिसकी तह तक जांच की जा रही है। वही काइट्स राइस विद्यालयों एवं सेंट जोसफ विद्यालय बिलौंजी जांच दल पहुंचा था। लेकिन जानकारी के मुताबिक उक्त विद्यालय के द्वारा आधा अधूरा दस्तावेज प्रस्तुत किया गया था। जहां टीम ने उक्त विद्यालय प्रमुखों को दो दिन का मोहलत दस्तावेज प्रस्तुत करने के लिए दिया है। यहां बताते चले की सिंगरौली के कई निजी विद्यालयो के प्रमुखों द्वारा अपने मनचाहा प्रकाशको के पुस्तके खरीदने के लिए छात्रों को कई सालों से विवश करते आ रहे हैं। वही कुछ हाईफाई विद्यालय अपने चुनिन्दा बुकस्टालों में ही संबंधित प्रकाशकों के पुस्तके उपलब्ध कराया है। इसकी जांच गहराई से हुई तो आधा दर्जन बैढऩ जोन के विद्यालय कानूनी शिकंजे में जबलपुर की तरह फस सक ते हैं।
दोनो विद्यालयों पर लग सकता है लाखों का जुर्माना
सूत्रों के मुताबिक ई-कोल इन्टरनेशनल विद्यालय एवं डीएव्ही बैढऩ के प्रबंधन द्वारा छात्रों से स्मार्टक्लास चलाने के बदले में भारी भरकम शुल्क वसूला है। जहां इन दोनो विद्यालयों पर कानूनी शिकंजा कसने की संभावना बढऩे लगी है। यह भी चर्चा है कि उक्त विद्यालयों पर लाखों रूपये का पेनाल्टी भी लग सकती है। हालांकि जांच टीम के द्वारा जांच संबंधी जानकारी साझा करने से मना कर दिये। वही जन संपर्क की ओर से इस बात की जानकारी प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से दी गई है कि कलेक्टर के मार्गदर्शन में जिलास्तरीय जांच सहित आज 4 अशासकीय विद्यालयों में पहुंच निरीक्षण किया। निरीक्षण उपरांत शीघ्र ही वस्तु स्थिति का संयुक्त जॉच प्रतिवेदन कलेक्टर के समक्ष प्रस्तुत किया जायेगा। वही जांच टीम के उक्त कार्रवाई से कई अशासकीय विद्यालय के संचालको में हड़कंप मचा गया है।
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