MP News : सिंगरौली सहित प्रदेश के 55 जिलों में 1 जुलाई से शुरू होने जा रहे प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस के कैम्पस उन्नयन का कार्य शुरू हो गया है। इसके लिए उच्च शिक्षा विभाग ने प्रति कॉलेज 40 लाख रुपये आवंटित करते हुए 14 जून को प्रशासनिक स्वीकृति दी थी। इसके बाद 3 दिन पूर्व पीडब्ल्यूडी ने प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस में तब्दील होने जा रहे जिले के अग्रणी महाविद्यालय में रंगरोगन के साथ फर्श पर टाइल्स लगाने व अन्य कार्यों की शुरुआत कर दी है।
बताया जा रहा है कि रंगरोगन का कार्य पूरा कर लिया गया है। फर्श पर टाइल्स लगाने का काम चल रहा है। हालांकि, यह भी जानकारी सामने आई है कि कुछ ही कक्षों में टाइल्स लगाने का कार्य किया जाएगा। इसके अलावा जहां जरूरत है वहां प्लास्टरिंग, पानी-बिजली की व्यवस्था, माइनर लैंड स्केपिंग, पौधरोपण, गर्ल्स हाइजीन के तहत इंसीनेटर संबंधी कार्य अनिवार्य रूप से किए जाने हैं। इन सब कार्यों को करने की अंतिम समय सीमा 25 जून तय की गई है। कार्य कराने के लिए बजट पीडब्ल्यूडी को दिया गया है। वहीं पीएम कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस के नए गेट व बोर्ड को लगाने की जिम्मेदारी बाहर की किसी एजेंसी को दी गई है। इसके अलावा पीएम कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस में अध्ययरत छात्रों को बस की सुविधा भी मिलेगी। इसके लिए गुरुवार को प्राचार्य को निर्देशित किया गया है।
निकटस्थ ग्रामों के किसानों से करें कृषि भूमि का एमओयू
प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस में सभी विषयों के साथ इसी सत्र से कृषि पाठ्यक्रम का भी अध्ययन-अध्यापन शुरू होगा। स्नातक में कृषि पाठ्यक्रम संचालित करने के संबंध में कार्यवाही सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। यदि पीएम कॉलेज के पास अपनी भूमि नहीं है तो वे निकटस्थ ग्रामों के किसानों के साथ कृषि भूमि के लिए एमओयू कर सकते हैं।
जनभागीदारी मद से एक जुलाई से शुरू करें बस सेवा
प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस में अध्ययनरत छात्र- छात्राओं को बस सुविधा भी मिलेगी। इसके लिए गुरुवार को अवर सचिव उच्च शिक्षा ने प्राचार्य को पत्र भेजा है। जिसमें कहा है कि संभाग मुख्यालयों के पीएम कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस में दो व जिला मुख्यालय के कॉलेज 1 जुलाई से एक बस की सेवा आरंभ करें। बस सेवा कॉलेज के जनभागीदारी मद से शुरू की जाएगी। इस सेवा के लिए जनभागीदारी मद में विद्यार्थियों से प्रतिमाह 30 रुपये शुल्क लिया जाएगा। भंडार क्रय नियमों के तहत निविदा के माध्यम से बस सेवा प्रदाता का चयन कॉलेज को करना है। स्थानीय जरूरत के अनुसार प्रति दिवस बस के चक्र व रूट का निर्धारण होगा। कॉलेज द्वारा जिला परिवहन कार्यालय से वाहन सुरक्षा, फिटनेस के साथ चालक व की योग्यता के बारे में शर्तें प्राप्त कर उनका उल्लेख बस सेवा प्रदाता की निविदा में जारी किया जाएगा। एक जुलाई को प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस के साथ ही बस सेवा का भी शुभारंभ करना है।
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