MP News : जबलपुर के कलेक्टर दीपक सक्सेना लंबी छुट्टी के बाद ड्यूटी पर वापस आ गए हैं और वह अब ड्यूटी ज्वाइन करते ही ताबड़तोड़ एक्शन लेने लगे हैं आपको बता दें कि कलेक्टर दीपक सक्सेना के जवान पुत्र की असमय मृत्यु हो जाने के कारण वह छुट्टी पर चले गए थे और अब छुट्टी पर वापस आने के बाद कलेक्टर दीपक सक्सेना ने ताबड़तोड़ कार्यवाही करते हुए साथ 7 पटवारियों को निलंबित कर दिया है और तीन तहसीलदारों को कारण बताओं नोटिस जारी किया है चलिए आपको पूरी बात विस्तार से बताते हैं.
एक साथ 7 पटवारी निलंबित
सायबर तहसील के अंतर्गत नामांतरण के प्रकरणों में समय सीमा के भीतर पटवारी प्रतिवेदन प्रस्तुत नहीं करने पर सात पटवारियों को कलेक्टर दीपक सक्सेना के निर्देश पर निलंबित कर दिया गया है।
इन पटवारियों पर हुई कार्रवाई
निलंबित पटवारियों में कुंडम तहसील में पदस्थ पटवारी अमित पटेल एवं रोहित ठाकुर, शहपुरा तहसील में पदस्थ पटवारी जूड अनंत कुजूर एवं अनिल अठया, पाटन तहसील में पदस्थ पटवारी श्रीमती स्वाति पटेल, आधारताल तहसील में पदस्थ पटवारी मोतीलाल विश्वकर्मा एवं जबलपुर तहसील में पदस्थ पटवारी श्रीमती राजुल जैन शामिल है। इन पटवारियों को निलंबन आदेश अपर कलेक्टर नाथूराम गौड द्वारा जारी कर दिये गये हैं। कलेक्टर कार्यालय की भू अभिलेख शाखा के अनुसार प्रमुख सचिव राजस्व द्वारा वीडियो कॉन्फेंसिंग के माध्यम से जिले में सायबर तहसील के कार्यों की गई समीक्षा में आरसीएमएस पोर्टल पर दर्ज नामांतरण के प्रकरणों में इन पटवारियों के पटवारी प्रतिवेदन दस दिनों से अधिक समय से लंबित पाये गये थे। निलंबित पटवारियों को निलंबन काल के दौरान संबंधित तहसील मुख्यालयों से संबद्ध किया गया है।
तीन तहसीलदारों को कारण बताओ सूचना पत्र जारी
प्रमुख सचिव द्वारा आज वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से जिले में नामांतरण, बंटवारा, सीमांकन आदि के कार्य की समीक्षा की। जिसमें उन्होंने तहसील गोरखपुर, तहसील जबलपुर और तहसील आधारताल में नामांतरण प्रकरणों के निराकरण बहुत ही असंतोषजनक स्थिति पर नाराजगी व्यक्त की। अपर कलेक्टर श्री नाथूराम गौड ने राजस्व प्रकरणों के निराकरण में लापरवाही बरतने पर तहसीलदार गोरखपुर श्री भरत सोनी, तहसीलदार आधारताल श्री दीपक पटेल और नायब तहसीलदार श्री रत्नेश थोरे को कारण बताओ सूचना पत्र जारी कर तीन दिवस के भीतर स्पष्टीकरण सहित अपने समक्ष उपस्थित होकर जवाब प्रस्तुत करने के निर्देश दिये। साथ ही कहा कि समयावधि में नोटिस का जवाब नहीं मिलने पर एक पक्षीय कार्यवाही की जायेगी।