Why is Singrauli Famous : मध्य प्रदेश का सिंगरौली जिला देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी प्रसिद्ध है, सिंगरौली जिले को ऊर्जा की राजधानी के नाम से भी जानते हैं और लोग इसे ऊर्जाधानी बुलाते हैं सिंगरौली जिले में बहुत ही मीठा जल पाया जाता है और सिंगरौली जिले में कई सारी प्रसिद्ध नदियां भी है और इन नदियों की छोटी-छोटी सहायक नदियां भी हैं पानी की उपलब्धता ज्यादा होने की वजह से यहां पर कई बड़े-बड़े थर्मल पावर प्लांट भी लगाए गए हैं क्योंकि किसी भी पावर प्लांट को चलाने के लिए पानी की ज्यादा आवश्यकता पड़ती है सिंगरौली अपने खनिज संपदा के लिए देश ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में प्रसिद्ध है.
सिंगरौली कहां पर स्थित है? (Where is Singrauli located?)
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि मध्य प्रदेश का सिंगरौली जिला मध्य प्रदेश के अलावा दो अन्य राज्यों की सीमाओं को छूता है जिसमें उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़ जैसे बड़े राज्य शामिल हैं सिंगरौली अपनी खूबसूरती के लिए भी पूरे दुनिया में प्रसिद्ध है सिंगरौली जिला जंगलों से घिरा हुआ है अपने कोयला उत्पादन के लिए जाने जाने वाले सिंगरौली को पहले के समय में शृंगावली के नाम से भी जाना जाता था मतलब यह हुआ कि सिंगरौली का पुराना नाम शृंगावली है, जो धीरे-धीरे सिंगरौली में बदल गया.
इन वजहों से भी सिंगरौली प्रसिद्ध है
कोयला खनन
सिंगरौली को ऊर्जाधानी भी कहा जाता है क्योंकि सिंगरौली जिले में कोयले के विशाल भंडार हैं। नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (NCL), जो कोल इंडिया लिमिटेड की सहायक कंपनी है, यहाँ बड़े पैमाने पर कोयला खनन करती है।
थर्मल पावर प्लांट्स
सिंगरौली में कई बड़े थर्मल पावर प्लांट्स हैं, जैसे कि NTPC, रिलायंस पावर, अदानी पावर जो यहाँ के कोयले का उपयोग करके बिजली का उत्पादन करते हैं।
औद्योगिक हब
सिंगरौली जिले में विभिन्न उद्योगों की स्थापना की गई है जिससे सिंगरौली जिले में रोजगार का भी भंडार छुपा हुआ है और सिंगरौली जिला औद्योगिक हब बन चुका है.
विकास और रोजगार
सिंगरौली जिले में रोजगार की कोई कमी नहीं है सिंगरौली जिले में छोटी बड़ी मिलाकर लगभग 2000 कंपनियां काम कर रही है जिसमें देश और विदेश से भी लोग काम करने के लिए आते हैं और यहां आकर अपना जीवन यापन कर रहे हैं.
मुख्य चुनौती
सिंगरौली जिले के लिए मुख्य चुनौती भी यहां की औद्योगिक कंपनियाँ बनी हुई है क्योंकि कंपनियों के आने से लोगों को रोजगार तो मिला है लेकिन यहां के पर्यावरण को काफी नुकसान भी हुआ है कोयला खनन के लिए कंपनियां सिंगरौली जिले से पेड़ों का धीरे-धीरे खत्म कर रही है और बड़े से बड़े जंगल को कुछ ही दिनों में समाप्त कर दे रही हैं यहां का प्रदूषण बड़े महा नगरों को भी चुनौती देता है इसके साथ ही सिंगरौली जिले में सड़क परिवहन से भी कोयले का परिवहन किया जाता है जिससे आए दिन दुर्घटनाएं होती रहती है और सिंगरौली जिले के स्थानीय निवासी असमय मौत के गाल में समा जाते हैं.