Singrauli News : सिंगरौली जिले के सरई क्षेत्र में गोपद नदी पर प्रस्तावित गोड़ बांध सिंचाई परियोजना के धरातल पर उतरने के आसार नहीं हैं, क्योंकि यह भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ चुकी है। बांध का न तो स्थल निर्धारित हुआ, न बांध की नींव खुद पाई, इसके बाद भी इस संयुक्त परियोजना में पटेल इंजीनियरिंग साथ भागीदार मेंटेना कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड ने पाइप डिस्ट्रिब्यूशन नेटवर्क की सामग्री खरीद के नाम पर 2 अरब 43 करोड़ 95 लाख 62 हजार 98 रुपये की निकासी कर ली।
तत्कालीन कलेक्टर राजीव रंजन मीणा के मौखिक निर्देश देने पर अपर कलेक्टर ने पीडब्ल्यूडी के तत्कालीन कार्यपालन यंत्री बसंत सिंह मरावी, जल संसाधन विभाग क्रमांक-2 सिंगरौली के ईई संकट मोचन तिवारी तथा स्वयं के मार्गदर्शन में पटेल इंजीनियरिंग लिमिटेड हैदराबाद के सरई एवं हरदी (निवास) स्टोर पर क्रय सामग्री का भौतिक सत्यापन किया तो 4120-392 लाख की कुल सामग्री ही पाई गई। जिसमें से 1328.13 लाख के एमएस पाइप एवं 2792.202 लाख मूल्य के एचडीपीई पाइप शामिल थे। इस तरह 13 बार में निकाले गए 2 अरब 43 करोड़, 95 लाख, 62 हजार 98 रुपए में से केवल 41 करोड़ 20 लाख से कुछ ज्यादा की सामग्री क्रय हुई।
जिस तेजी में राशि जारी उसमें सामग्री नहीं दे सकती कंपनी
फिलहाल, जानकार कहते हैं कि 11 जून 2019 से 5 मार्च 2020 के बीच जिस तेजी से सामग्री क्रय के चेक जारी किए गए उतनी तेजी में तो कोई कंपनी सामग्री की आपूर्ति नहीं कर सकती। सामग्री आपूर्ति होने पर सब इंजीनियर के साथ एसडीओ सत्यापन करते हैं। फिर दस फीसदी सामग्री का सत्यापन ईई को करना होता है। इस प्रक्रिया के बाद ही क्रय सामग्री की राशि जारी की जाती है, लेकिन यहां तो बिना सामग्री आए खटाखट चेक जारी किए जाते रहे।
जानिए कब-कब और कितनी निकाली गई धनराशि
बांध का फाउंडेशन तैयार होने तक पाइप क्रय की धनराशि न निकालने की शर्त में ढील मिलते ही पाइप डिस्ट्रिब्यूशन नेटवर्क की सामग्री क्रय के नाम पर चेक जारी होने व भुनाने का क्रम शुरू हो गया। 11 जून 2019 को प्रथम रनिंग बिल 19 करोड़ 81 लख 39 हजार 533 का जारी हुआ। इसके बाद उसी माह 21 जून को 24 करोड़ 53 लाख 11 हजार 931 रुपये, 25 जून को 24 करोड़ 95 लाख 10 हजार 632, 26 जून को 24 करोड़ 65 लाख 17 हजार 638, अगले माह 31 जुलाई को 3 करोड़ 50 लाख 44 हजार 801, 11 सितंबर को 24 करोड़ 93 लाख 26 हजार 230, 12 सितंबर को 24 करोड़ 24 लाख 28 हजार 435, 18 सितंबर को 9 करोड़ 76 लाख 54 हजार 600, 26 अक्टूबर को 15 करोड़ 96 लाख 83 हजार 300, 20 दिसंबर को 24 करोड़ 24 लाख 97 हजार 500, 26 दिसंबर को 23 करोड़ 9 लाख 50 हजार, 5 मार्च 2020 को 24 करोड़ 24 लाख 97 हजार 500 रुपये सामग्री क्रय के जारी किए गए। सामग्री 41 करोड़ से कुछ ज्यादा की आई, शेष कागज पर क्रय दिखाया गया।
टेंडर के बाद अनुबंध शर्तों में बदलाव का उठाया लाभ
दरअसल, देवसर-सरई क्षेत्र के 132 तथा धौहनी विधानसभा क्षेत्र के कुछ गांवों को मिलाकर 33 हजार हेक्टेयर से ज्यादा कृषि भूमि को सिंचित करने के लिए गोपद नदी के जालपानी नामक जगह पर गोड़ बांध वृहद सिंचाई परियोजना के निर्माण करने की रूपरेखा बनी। प्रशासकीय स्वीकृति मिलने पर 29 मार्च 2019 को पटेल इंजीनियरिंग तथा मंटेना कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड के भागीदारी वाले संयुक्त उपक्रम मे. पीईएल गोड़ बांध जेवी के नाम से अनुबंध किया गया। इसके 1 माह 18 दिन बाद जल संसाधन विभाग के तत्कालीन प्रमुख अभियंता राजीव कुमार सुकलीकर ने जारी पत्र में लिखा कि टर्नकी पद्धति से जुड़ी परियोजनाओं में संयुक्त रूप से यूनिट-1 और यूनिट-2 के निर्माण अनुबंधों में शासन स्तर से प्राप्त दिशा निर्देशों के अनुसार पेमेंट शेड्यूल के नीचे उल्लेखित शर्त- पेमेंट ऑफ कम्पोनेंट्स ऑफ प्रेशर पाइप (यूनिट 2) शैल बी डन ऑफ्टर कम्प्लीशन ऑफ डैम फाउंडेशन /क्रेस्ट लेवल को विलोपित किया जाता है। इसके ठीक 23 दिन बाद स्टील (माइल्ड स्टील लांग प्रोडक्ट्स) पाइप का पहला भुगतान हो गया।
ये भी पढ़ें : स्वतंत्रता दिवस 2024 के मौके पर SYNERGY B2 Electric Cycle पर भारी डिस्काउंट, यहां देखें कीमत और फीचर्स
ये भी पढ़ें : ट्यूशन पढ़ने वाले बच्चों की पहली पसंद बनी SWAGTRON Eb7 Elite Electric साइकिल, फीचर्स और रेंज ने मचाया बवाल