Singrauli News: सिंगरौली जिले में संचालित निजी अस्पतालों, सोनोग्राफी सेंटर, अल्ट्रासाउंड, पैथालॉजी की जांच शुरु कर दी गई है। सोमवार को जिला व पुलिस प्रशासन की टीम ने पचखोरा स्थित ओम साई अस्पताल का मुआयना किया। मुआयने के दौरान अस्पताल में अवैध रुप से संचालित मिले अल्ट्रासाउंड जांच सेंटर को सील किया गया। जांच टीम ने पाया कि अस्पताल में संचालित अल्ट्रासाउंड बगैर लाइसेंस के संचालित किया जा रहा था। वहीं अस्पताल के संचालक विजय शाह के पास किसी तरह की वैध चिकित्सकीय डिग्री भी नहीं है। उसके बाद भी धड़ल्ले से अल्ट्रासाउंड सेंटर का संचालन कर मरीजों की जान के साथ खिलवाड़ किया जा रहा था।
अस्पताल में नहीं मिले एक भी चिकित्सक जांच के दौरान जांच टीम ने ओम साई अस्पताल में पदस्थ चिकित्सकों की जानकारी प्राप्त की तो मौके पर कोई भी नहीं मिला, जबकि अस्पताल के बोर्ड पर एक दर्जन से अधिक चिकित्सकों के नाम सूची में लिखे मिले। जांच टीम ने चिकित्सक न होने की जानकारी चाही तो संचालक द्वारा बताया गया कि उन्हें ऑन कॉल बुलाया जाता है। जांच टीम ने ऑन काल के तहत चिकित्सक को बुलाने कहा तो आधे घंटे के इंतजार के बाद भी कोई अस्पताल में नहीं पहुंचा। संचालक ने 15 बेड का अस्पताल चलाने का लाइसेंस लिया है।
जेडी अस्पताल में नहीं मिला एक भी मरीज ओम साई अस्पताल की जांच करने के बाद जांच टीम जेडी अस्पताल भी पहुंची, लेकिन अस्पताल में एक भी मरीज भर्ती नहीं मिला। बताया जा रहा है कि ओम साई अस्पताल में जांच टीम को कार्रवाई न करने का राजनीतिक दबाव डाला गया, लेकिन अस्पताल में इतनी कमियां मिलीं कि जांच टीम चाहकर भी कार्रवाई करने से पीछे नहीं हट सकी। जांच टीम में तहसीलदार रमेश कोल, कोतवाली थाना प्रभारी अशोक सिंह परिहार सहित अन्य लोग शामिल थे।
ओम साई अस्पताल पचखोरा की जांच की गई। जांच के दौरान अस्पताल के अंदर अवैध रुप से अल्ट्रासाउंड सेंटर संचालित मिला। संचालक विजय शाह के पास कोई वैध चिकित्सकीय डिग्री नहीं मिली। जांच प्रतिवेदन तैयार कर कार्रवाई के लिए कलेक्टर के समक्ष प्रस्तुत किया जायेगा।
– रमेश कोल तहसीलदार