South Comedian Name : साउथ के कॉमिडियंस की बात होते ही दिमाग में सबसे पहला नाम आता है ब्रह्मानन्दम का. शायद ही कोई साउथ सिनेमा को फॉलो करने वाला होगा, जो इस नाम से परिचित न हो. यहां तक कि आपने साउथ की फ़िल्में न भी देखी हों तब भी इनका चेहरा आपने गाहेबगाहे देखा ज़रूर होगा. इनके बिना साउथ इंडस्ट्री अधूरी है. पिछले क़रीब 30 से 35 सालों की 10 फिल्में उठाएंगे, उनमें से 5 फिल्मों में ब्रह्मानन्दम आपको पक्का मिलेंगे. ये ज़्यादातर तेलगु सिनेमा में सक्रिय रहे हैं. बॉलीवुड में भी ‘सूर्यवंशम’ जैसी फ़िल्म में काम किया है. ब्रह्मानन्दम के नाम किसी जीवित ऐक्टर के द्वारा सबसे ज़्यादा फ़िल्में करने का गिनीज़ बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड भी दर्ज है.
लगभग 700 से ज़्यादा साउथ फिल्मों में काम करने वाले एम एस नारायण तेलगु सिनेमा के बड़े नाम हैं. उन्होंने अभिनेता के तौर पर अपना करियर 1995 के आसपास शुरू किया और 2015 में उनका निधन हो गया. यानि सिर्फ़ 20 साल के अंतराल में उन्होंने 700 से ज़्यादा फिल्मों में काम किया और हास्य अभिनेता के रूप में अपनी छाप छोड़ी.
हमारी लिस्ट में अगला नाम है ऐक्टर अली का. वो तमिल-तेलगु के साथ कई हिन्दी फिल्मों में भी काम कर चुके हैं. अली भी फिल्मों की संख्या के मामले में ब्रह्मानंदम की कतार में आकर खड़े हैं. उनके हिस्से लगभग 1000 से ज्यादा फिल्में हैं. उनमें इतना स्पार्क है कि स्क्रीन पर अली की मौजूदगी ही हंसने का कारण बन जाती है. वो दो बार फिल्मफेयर और दो बार नंदी अवॉर्ड्स जीत चुके हैं.
अगर साउथ के टॉप 10 हास्य कलाकारों की लिस्ट बनाएं तो सुनील वर्मा का नाम उसमें ज़रूर शामिल होगा. वो अपनी कमाल की कॉमिक टाइमिंग के लिए मशहूर हैं. 1996 में एक्स्ट्रा के तौर पर फिल्मों में काम शुरू करने वाले सुनील अब तक 170 से अधिक फिल्मों में काम कर चुके हैं. जिनमें से क़रीब 10 फिल्मों में उन्होंने मुख्य भूमिकाएं भी निभाई हैं. उन्हें 2010 में एसएस राजामौली की फिल्म ‘मर्यादा रमन्ना’ से बड़ा ब्रेक मिला. जिसके बाद सुनील ने अपने करियर में पीछे मुड़कर नहीं देखा. उन्हें दो साउथ फ़िल्मफेयर अवार्ड और तीन नंदी अवार्ड मिल चुके हैं.
योगी बाबू साउथ फिल्मों का बड़ा नाम हैं. हाल ही में आई विजय स्टारर फ़िल्म ‘बीस्ट’ में वो दिखाई दिए थे. तमिल फिल्मों में वो ज़्यादा सक्रिय रहते हैं. उन्होंने अपना ऑन स्क्रीन डेब्यू ‘योगी’ नाम की फ़िल्म से किया था और बाद में इसी नाम को हमेशा के लिए खुद से जोड़ लिया. उन्होंने शाहरुख स्टारर ‘चेन्नई एक्सप्रेस’ समेत कुछ हिन्दी फिल्मों में भी काम किया है. 2016 उनका ब्रेकथ्रू साल रहा, जब उन्होंने एक ही साल में 20 फिल्में कीं. उसी साल विजय सेतुपति के साथ आई फ़िल्म ‘आनंदवन कट्टालई’ में उनके रोल को क्रिटिकली भी सराहा गया.
जय प्रकाश रेड्डी के ज़्यादातर कॉमेडी रोल्स दर्शकों के लिए ट्रीट की तरह हैं. उन्हें एक वर्सेटाइल अभिनेता के रूप में देखा जाता है. कॉमेडी के साथ इमोशनल सीन्स में उनका परफ़ॉर्मेंस सराहनीय रहता है. साउथ इंडस्ट्री में उन्हें जेपी के नाम से जाना जाता है. उनका 8 सितंबर 2020 को निधन हो गया था.
रघु बाबू तमिल इंडस्ट्री के जानेमाने कॉमेडी स्टार हैं. कॉमिक टाइमिंग और अदाकारी का टैलेंट उन्हें अपने पिता गिरी बाबू से मिला है. उनके पिता भी मशहूर कॉमेडियन हैं. उन्होंने करीब 550 से अधिक फिल्मों में काम किया है. पिता की ही तरह रघु ने कई फिल्मों का निर्देशन भी किया है.
वेन्नेला किशोर का असली नाम है बोक्काला किशोर कुमार. किशोर ने ‘वेन्नेला’ मूवी से इंडस्ट्री में कदम रखा. यह फिल्म बड़ी हिट साबित हुई, तभी से फैन्स इन्हें वेन्नेला किशोर पुकारने लगे. उन्होंने ऐक्टिंग के साथ डायरेक्शन में भी हाथ आजमाया, पर असफल रहे.