Har Ghar Tiranga अभियान के तहत सभी घरों, कार्यालयों और उद्यमों में तिरंगा फहराने का प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आह्वान किया है। पिछले साल भी उन्होंने यह आह्वान किया था।
इससे कारोबारियों की भी बल्ले बल्ले हो गयी है, पहले पूरे भारत में कुछ करोड़ झंडे बेचे जाते थे। इस बार 36 करोड़ से अधिक झंडे बेचे जाएंगे। इसी तरह, देशभक्ति वाले कपड़े (जैसे टीशर्ट, बैंड, बैज और चूड़ी) की बिक्री भी खूब हो रही है।
इस बार व्यापार संगठन कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAT) का अनुमान है कि देशभक्ति का बाजार लगभग 600 करोड़ रुपये का होगा। पिछले वर्ष बिक्री लगभग 500 करोड़ रुपये की हुई थी। वहीं, 2022 से पहले, स्वतंत्रता दिवस पर इनकी वार्षिक बिक्री संभवतः 150-200 करोड़ रुपये थी।
इतना ही नहीं, देश भर में “हर घर तिरंगा” अभियान ने 11 लाख लोगों को रोजगार दिया है। इस बार दिल्ली के प्रमुख झंडा बिक्री बाजार सदर में भी बिक्री का अनुमान दोगुना होगा.
राष्ट्रीय राजधानी में स्वतंत्रता दिवस पर लगभग 6 करोड़ के झंडा बिक्री का अनुमान है। डंडे की मांग अचानक बढ़ने से डंडे की बिक्री भी बढ़ी है।