Sidhi News : आउट सोर्स लाइनमैन की 11 हजार केव्ही विद्युत लाइन में करंट लगने से गिरने पर मौत हो गई। जिले के मझौली विद्युत उप केन्द्र के छूही गांव में लाइन सुधार कार्य के लिए 11 हजार केव्ही विद्युत लाइन के ट्रांसफार्मर की डी.पी. बनाने के लिए पुष्पेन्द्र द्विवेदी पिता रामसुशील द्विवेदी उम्र २७ वर्ष निवासी मुडहेरिया 8 दिसम्बर को दोपहर 12 बजे खम्भे में जब चढ़ा था तब सब स्टेशन के आपरेटर से विद्युत प्रवाह बंद करने की हरी झंडी प्राप्त होने के बाद जब डी.पी. लगाने के लिए बढ़ा तभी विद्युत प्रवाह से वह नीचे जमीन पर गिर गया।
जिसे उपचार के लिए जिला चिकित्सालय सीधी में पहुंचाया गया जहां डाक्टरों की हीला-हवाली से उसे समय पर इलाज नहीं मिल सका। वहीं डाक्टरों ने उसे रीवा के लिए रेफर कर दिया। रीवा पहुंचने पर वहां के चिकित्सको ने उसे मृत घोषित कर दिया। तब मृतक लाइन कर्मी के परिजनों ने विद्युत विभाग के अधीक्षण यंत्री कार्यालय में धरना दे दिया। जहां अधीक्षण यंत्री ने मृतक की पत्नी को विभाग में अनुकंपा नियुक्ति दिलाने व आउट सोर्स कंपनी द्वारा आजीवन पेंशन दिलाने का आश्वासन दिया है।
मानवीय आधार पर क्षतिपूर्ति व अनुकंपा नियुक्ति देने का मिला आश्वासन
आउट सोर्स के मृतक कर्मचारी पुष्पेन्द्र द्विवेदी को पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के नियमानुसार मानवीय आधार पर क्षतिपूर्ति राशि नियमानुसार अविलंब उपलब्ध करा दी जावेगी। इसके अतिरिक्त विभाग में संलग्र अधिकारियों, कर्मचारियों से सहयोग राशि प्राप्त कर तीन दिवस के अंदर उपलब्ध कराई जावेगी। कार्यपालन अभियंता ने आश्वासन दिया है कि अधिकृत कंपनी मेसर्स राजदीप द्वारा पुष्पेन्द्र द्विवेदी को प्रदाय की जाने वाली मासिक वेतन का 80 से 90 प्रतिशत राशि उनकी पत्नी को नियमानुसार आजीवन प्राप्त होगी। जिसकी प्रक्रिया के लिए कम से कम दिसम्बर माह का समय चाहिए। एसडीएम मझौली की उपस्थित में कार्यवाहिया सुनिश्चित करते तथा मृतक की पत्नी को आउट सोर्स के रूप में दुखद कार्यक्रम की समाप्ति तक नियुक्ति दिलाए जाने की कार्यवाही की जावेगी। जिसकी प्रतिलिपि जिला कलेक्टर को भी दी गई है।
अधीक्षण यंत्री कार्यालय के सामने धरने पर बैठे
मृतक पुष्पेन्द्र द्विवेदी के परिजनो ने अधीक्षण अभियंता कार्यालय में धरना देते हुए कहा कि यदि जिला चिकित्सालय के चिकित्सक समय पर उपचार शुरू कर दिए होते तो पुष्पेन्द्र की जान बच सकती थी। लेकिन उन्होने जब जीएमएच रीवा के लिए रेफर किया तब सीधी से रीवा पहुंचने में ही दो घंटे का वक्त जाया हो गया जिससे उपचार के अभाव में उनकी मौत हो गई। जिला चिकित्सालय सीधी का हाल तो इतना बेहाल है कि निर्धारित समय में यहां पदस्थ चिकित्सक अस्पताल नहीं पहुंचते है, वे तो अपने क्लीनिक व घरों की प्रैक्टिस पर ही अपना पूरा ध्यान रखते है, तब जिला चिकित्सालय में पहुंचने वाले मरीजो को उपचार कौन दें। बीते दिनों जिला चिकित्सालय के लेवर वार्ड में नवजात के जमीन पर गिरने से हुई मौत का मामला अभी पूरा नहीं हो पाया है, इधर लाइन मैन के इलाज से असंतुष्ट परिजनों से दूसरा आरोप चिकित्सकों पर मढ़ दिया है।
सब स्टेशन की लापरवाही से लगा करंट
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार एसडीएम मझौली द्वारा आउट सोर्स लाइन मैन पुष्पेन्द्र द्विवेदी पिता रामसुशील द्विवेदी के ट्रांसफार्मर में काम करते समय विभाग की लापरवाही से मृत्यु हो जाने के कारण घटना स्थल पर परिजनों एवं ग्रामीणों के द्वारा धरना प्रदर्शन पर बैठने की सूचना एवं विभाग से क्षतिपूर्ति सहायक प्रदान कराए जाने की मांग की गई। तब कार्यपालन अभियंता संचारण/संधारण सीधी द्वारा आश्वासन देते हुए बताया गया कि 24 घंटे के अंदर तथ्यों की जांच कर संबंधित जिम्मेदार कर्मचारी के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही एवं आउट सोर्स कंपनी राजदीप के विरूद्ध भी कार्यवाही की जावेगी।
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