Jabalpur CBI team action : एनसीएल मुख्यालय सिंगरौली के श्रमशक्ति विभाग के भर्ती शाखा में जबलपुर सीबीआई की टीम ने छापामार कार्रवाई करते हुये जनरल श्रमिक कटेगरी-1 को शहनवाज अनवर को दस हजार रूपये रिश्वत लेते रंगे हाथों दबोच लिया। सीबीआई की इस कार्रवाई से एनसीएल कर्मियों में हड़कम्प मच गया है।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक जयंत क्षेत्र के निवासी धीरज शाहू नामक व्यक्ति को सीबीआई जबलपुर एसपी रिक्षपाल सिंह के यहाँ शिकायत किया था कि एनसीएल मुख्यालय सिंगरौली के श्रम शक्ति विभाग के भर्ती शाखा में पदस्थ जनरल श्रमिक कटेगरी 1 प्रभारी लिपिक के शहनवाज अनवर नौकरी की पेन्डिग फाइल को आगे बढ़ाने के मामले में रिश्वत मांग रहा है। इस शिकायत के आधार पर सीबीआई जबलपुर के एसपी के निर्देश पर डीएसपी जे जे दामले के नेतृत्व में करीब छः सदस्यीय टीम एनसीएल मुख्यालय सिंगरौली के श्रम शक्ति दफ्तर के भर्ती शाखा में दिन शुक्रवार दोपहर करीब एक बजे पहुंची और मौके पर 10 हजार की रिश्वत लेते अनवर को दबोच लिया।
वहीं अनवर से पूछताछ भी की जा रही है। साथ ही अन्य दस्तावेज खंगाले जा रहे हैं। इधर चर्चा है कि उक्त रिश्वतखोरी में किसी बड़े अधिकारों के संलिप्त होने की जानकारी नहीं मिल रही है। उक्त श्रमिक स्वयं रिश्वतखोरी में लिप्त था। फिलहाल सीबीआई जबलपुर की इस कार्रवाई से एनसीएल में हड़कम्प मचा है और देर शाम तक सीबीआई की टीम दस्तावेजों को खगालने तथा उक्त श्रमिक से पूछतांछ करने में जुटी रही।
फाइलों में रिश्वत लेने का है आरोप
श्रमशक्ति विभाग के भर्ती शाखा में कार्यरत शहनवाज अनवर पिता स्व. शफदर अनवर लिपिक का काम भी करता है। आरोप है कि अनवर भू-अर्जन के बाद विस्थापितों से नौकरी संबंधी फाइलों में खुद रिश्वतखोरी करता आ रहा था। बिना रिश्वत के फाइलों को आगे नहीं बढ़ाता था। लोग बाग डरवश एनसीएल के वरिष्ठ अधिकारियों को भी नहीं बताते थे और ना ही शिकायत करते थे। उन्हें इस बात का डर रहता था कि अनवर कही फाइलों को इधर-उधर न कर दे। धीरज शाह ने साहस भरा कदम उठाते हुये सीबीआई जबलपुर के यहाँ शिकायत कर दिया। वरना चर्चित उक्त श्रमिक इसी तरह रिश्वतखोरी करता रहता और अधिकारियों को भनक भी नहीं लगती।