MP Pension Scheme : मध्य प्रदेश में लाखों पेंशन ले रहे बुजुर्गों को बड़ा झटका लगा है क्योंकि सरकार ने लगभग 1 लाख बुजुर्गों को पेंशन स्कीम से बाहर कर दिया है आपकी जानकारी के लिए बता दे कि प्रदेश में अभी 56 लाख से ज्यादा पेंशन धारक हैं और इन बुजुर्गों पर सरकार 340 करोड रुपए का पेंशन खर्च करती है लेकिन अब सरकार ने एक लाख से ज्यादा बुजुर्गों को पेंशन से बाहर कर दिया है और इन बुजुर्गों को कुल 86 करोड रुपए की पेंशन मिलती थी तो चलिए आपको बताते हैं कि किन-किन बुजुर्गों की पेंशन रोकी गई है.
दोबारा आवेदन करने का मिलेगा मौका
आपकी जानकारी के लिए बता दे की सामाजिक न्याय विभाग की ओर से एक आदेश जारी किया गया है और कहा गया की आधार नंबर के मुताबिक जब नाम, आयु और पता अपडेट किया गया तो यह लोग अपात्र पाए गए पात्रता की वजह बनी आयु की पुष्टि का प्रमाण पत्र इसमें 60 वर्ष से अधिक आयु, बीपीएल कार्ड, तीन फोटो के आधार पर पेंशन मिल जाया करती थी लेकिन अब आधार के हिसाब से दोबारा से इन डॉक्यूमेंट के साथ आवेदन करना होगा सामाजिक न्याय विभाग में इन बुजुर्गों को दोबारा से अपनी पात्रता साबित करने का मौका दिया है.
मैदानी अमला को अलर्ट को रहने के निर्देश
विभाग को पता है कि जिन बुजुर्गों को अपात्र किया गया है वह जनसुनवाई में पहुंचेंगे इसके साथ ही बहुत से बुजुर्ग सीएम हेल्पलाइन पर भी शिकायत दर्ज करवाएंगे इसलिए विभाग ने मैदानी अमला को अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए हैं शिकायतकर्ता अगर पात्र है और उसे अपात्र बताया गया है तो ऐसी स्थिति में निचले स्तर के अधिकारी और कर्मचारी जिम्मेदार होंगे.
इन योजनाओं के हितग्राहियों की राशि बंद की गई
- इंदिरा गांधी राष्ट्रीय विधवा पेंशन योजना
- मुख्यमंत्री अविवाहित पेंशन स्कीम
- सामाजिक सुरक्षा परित्यक्ता पेंशन योजना
- एसएसपी दिव्यांग शिक्षा प्रोत्साहन योजना
- इंदिरा गांधी बुजुर्ग पेंशन योजना
- सामाजिक सुरक्षा बुजुर्ग पेंशन योजना
- मुख्यमंत्री सामाजिक सुरक्षा योजना
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