Bollywood Kissa : सन 1971 में रिलीज हुई फिल्म ‘रेशमा और शेरा’ (‘Reshma aur Shera’) ने सुनील दत्त (Sunil Dutt) जैसे विशेष अभिनेता के साथ आने वाले कई चमकदार कलाकारों को प्रस्तुत किया। इस फिल्म में वहीदा रहमान, विनोद खन्ना, राखी, रंजीत, जयंत, अमरीश पुरी, और अमिताभ जैसे कलाकार थे। इस फिल्म अमिताभ ने एक गूंगे के किरदार में काम किया था, लेकिन यह फिल्म अमिताभ (Amitabh Bachchan) के करियर की पहली डिजास्टर फिल्म साबित हुई, जिसे सरकार के प्रधानमंत्री ने कास्ट करने की सिफारिश की थी। इसके बावजूद, फिल्म के कलाकारों के कपड़े लोगों द्वारा सराहे गए, लेकिन फिल्म का बॉक्स ऑफिस पर प्रदर्शन असफल रहा।
सुनील दत्त (Sunil Dutt) ने अपने अभिनय के साथ-साथ फिल्म निर्माण भी किया था और ‘रेशमा और शेरा’ (‘Reshma aur Shera’) उनकी दूसरी निर्देशित फिल्म थी। फिल्म के कलाकारों की परफॉर्मेंस को सराहा गया, लेकिन फिल्म के प्रदर्शन से लोग निराश रहे।
इस फिल्म के सेट पर एक दिलचस्प घटना घटी, जब सरकार के प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी (Prime Minister Indira Gandhi) ने अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) को फिल्म में कास्ट करने की सिफारिश की थी, जो पहले गूंगे के किरदार में थे। इसके पीछे यह सबब था कि इंदिरा गांधी (Prime Minister Indira Gandhi) और अमिताभ बच्चन की मां तेजी बच्चन और सुनील दत्त की पत्नी नर्गिस की बढ़िया दोस्ती थी और उन्होंने इस फिल्म के लिए अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) को कास्ट करने की सिफारिश की थी। इसके बाद सुनील दत्त ने अमिताभ (Amitabh Bachchan) को मिलने के लिए बुलाया, लेकिन उनकी आवाज को सुनकर हैरान हो गए, लेकिन फिल्म में गूंगे के किरदार के लिए उन्होंने तैयारी की और अपनी करियर की एक नई राह चुनी।
फिल्म के सेट पर वहीदा रहमान और अमिताभ बच्चन के बीच भी एक दिलचस्प किस्सा है, जिसको वहीदा ने एक शो के दौरान बताया था। उन्होंने बताया कि फिल्म के एक सीन में उन्हें अमिताभ को थप्पड़ मारना था, लेकिन अमिताभ की भारी आवाज को देखकर वह घबरा गयी थी और उन्होंने उसे गूंगे के किरदार में काम करने के लिए चुना।